GUDDU MUNERI

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जादुई कंचे

[ जादुई कंचे ] 

    पार्ट (3) 



Recap.........

     गुड्डू  की सुपर पॉवर टीम ( गुड़िया, पिंटू , अलबेला और मिठ्ठू ) उस बड़े से पार्क वाले प्लॉट में उस महिला के खोए हुए बेटे (मोनू ) को ढूंढने चले गए ।


लेकिन उस प्लाट के सामने जाते ही, बाहर से दिखाई दे रहा था कि यहां कोई नहीं है सिवाए पेड़ और बड़ी बड़ी घांसों के.........

अब आगे .......✍️


  ...... चलो एक बार इन घांसो और पेड़ो के पीछे देखते हैं आखिर मोनू हमारे कदमों की आहट सुनकर छुप तो नही गया 

गुड्डू की सुपर पावर टीम उस बड़े से पार्क वाले प्लाट में चली जाती है जहां कल गुड्डू की सुपर पॉवर टीम कंचे खेल रही थी और यही कहीं गुड्डू का लकी कंचा भी खो गया था ।


गुड्डू ,अलबेला, गुड़िया, पिंटू और मिठ्ठू सब अलग अलग इधर उधर मोनू को ढूंढ रहे थे 


" मोनू.... गुड्डू ने पेड़ के पीछे देखते हुए आवाज दी 

" मोनू ....अलबेला ने दूसरे पेड़ के देखते हुए आवाज दी

"मोनू ....पिंटू ने भी आवाज दी 

" तुम कहां हो .. घासों के पीछे देखकर गुड़िया ने आवाज दी 

" मोनू ....तोता (मिठ्ठू ) ने उड़ते उड़ते ही आवाज लगाई 

लेकिन मोनू नजर नहीं आ रहा था 

और न ही मोनू की कोई आवाज न हलचल नजर आ रही थी 


     आखिर में पिंटू की नजर प्लाट वाले पार्क के सबसे अंदर के कोने में खड़े आखिरी पेड़ पर पड़ी ।

    जो काफी चौड़ा, लंबा  और घना था उसके पीछे एक कपड़ा सा लटकता हुआ दिखाई दे रहा था जो एक बदमाश गुंडे का लॉन्ग कोट का हिस्सा था और भेष बदलकर मोनू के मुंह पर टैप लगाकर पकड़े हुए खड़ा था ।

 

गुड्डू ! "  देखो वहां क्या ? है " 

उस पेड़ की ओर इशारा करतें हुए पिंटू ने गुड्डू से कहा ।


" कौन है वहां " गुड्डू उस पेड़ के करीब गया और बोला 

लेकिन कोई हलचल नहीं हुई 

पेड़ के पीछे एक लंबी हाइट का जवान और तंदुरुस्त आदमी था जिसने एक अजीबो गरीब लोग कोट पहना हुआ था हाथ में एक तेज़ धार चाकू था ।


इधर गुड्डू के पास गुड्डू की सुपर पावर टीम आकर एक साथ पेड़ से थोड़ा हटकर देखने जमा हो गई कि आखिर इस पेड़ के पीछे है कौन ? 


पेड़ के पीछे से नीचे के हिस्से पर उस बदमाश का जूता दिखाई पड़ रहा था लेकिन वह सामने आने से छुप रहा था और मोनू को दबाए खड़ा था ।


गुड्डू ने मिठ्ठू को आदेश देते हुए कहा - 

" देखो वहां पेड़ के पीछे कौन है " 

मिठ्ठू कुछ और ऊपर उड़ता हुआ उस पेड़ के पीछे गया 

और देखा कि यह तो मूंगा नगर  का सबसे बड़ा शैतान और नालायक गुंडा आदमी " हुकाला " है 

 जैसे ही मिठ्ठू हुकाला के सामने चिल्लाया -

" अरे हूकाला "  

तभी हुकाला ने एक हाथ से मोनू को दबोचे हुए दूसरे हाथ में लिए चाकू से मिठ्ठू पर वार किया लेकिन मिठ्ठू झट से पंख तेजी से फड़फड़ाते हुए वापस गुड्डू के पास आ गया ।


गुड्डू की सुपर पावर टीम "हुकाला" को अच्छे से जानती थी कि वह बदमाश और गुंडा है 

मिठ्ठू के डर कर वापस आने पर मिठ्ठू बोला -

" ये तो खतरनाक गुंडा हुकाला है और उसके पास एक बच्चा भी है उसनें बच्चे के मुंह पर पट्टी बांधी हुई है " 

गुड्डू ने गुड़िया से बोला -

" उसकी कैद में शायद मोनू ही होगा " 

" बहन तुम पीछे हो जाओ " 

" मैं इस हुकाला से अच्छे से निपटना जानता हूं " 

बहन गुड़िया पीछे हो गई 

गुड्डू ने सुपर पावर टीम को आदेश दिया -

" संभालकर, हुकाला से निपटने के लिए सब तैयार रहना " 

     गुड्डू  सीना चौड़ा करते हुए थोड़ा और आगे बढ़ता हुआ बोला - 

" मैं जानता हु तुम हुकाला हो " 

" मैं कहता हूं बच्चे को छोड़ दो और सामने आओ " 

" मुकाबला करो मुझसे " 

सुबह का वक्त अब धीरे दोपहर में तब्दील हो गया 


गुड्डू की ललकार भरी चेतावनी सुनकर हुकाला पेड़ के पीछे से सामने आ आता है उसके हाथ में एक बच्चा था जो वाकई मे मोनु था जिसे हुकाला अपने साथ पकड़कर ले जाना चाहता था 


" हट जाओ गुड्डू मेरे रास्ते से नही तो बच्चे को चाकू 

मार दूंगा ", हुकाला ने गुड्डू को चेतावनी दी 


" नही मैं तुम्हे मोनू को नहीं ले जाने दूंगा " 

गुड्डू ने कहा ।


" नही नही हम तुम्हे मोनू को नहीं ले जाने देंगे 

छोड़ दो उसे हुकाला ! " गुड्डू की सुपर पावर टीम ने भी अपनी चेतावनी एक साथ मिलकर दी ।


हुकाला मोनू को पकड़े हुए पेड़ के नीचे ही खड़ा था 

गुड्डू ने मिठ्ठू को कुछ इशारा किया था मिठ्ठू उड़कर पेड़ की ऊंची टहनी पर जा बैठा और ऊपर से बीट कर दी ।

" धड़ाक " 

 जैसे ही बीट हुकाला के माथे पर गिरी तुरंत ही गुड्डू ने एक लात घुमाकर हुकला के जिस हाथ में चाकू था, उस पर दे मारी ।

" ढिशुम " 

चाकू एक साइड दूर जाकर गिर जाता है  जब तक हुकाला संभल पाता तब तक उसके मुंह पर गुड्डू एक जोर दार मुक्का 

मार देता है 

हुकाला के यह मुक्का बहुत तेजी से लगता है जिसके दर्द के कारण हुकाला मोनू को छोड़कर मुंह पर हाथ लगाकर अपने गालों को सहलाता है 


" मोनू इधर आओ जल्दी "  गुड्डू मोनू को जल्दी अपने पास बुला लेता है 

मोनू झट से खुद को संभालते हुए गुड्डू के पास आ जाता है 


" अलबेला तुम मोनू को संभालो " गुड्डू ने अलबेला को आदेश दिया 

" मैं तुम्हे छोडूंगा नही गुड्डू " हुकाला ने दर्द भरी आवाज में चिल्लाते हुए गुड्डू से कहा ।


हुकाला तिरछी साइड में दोनो हाथो से मुक्का दिखाते हुए सरक सरक कर गुड्डू और पिंटू के पास आ रहा था जैसे अभी मुक्के मार देगा 


गुड्डू और पिंटू दोनो सावधान हो गए थे 

" आओ हुकाला" पिंटू बोला 

" आओ " 

हुकाला से गुड्डू ने कहा ।


लेकिन जैसे ही भागने की जगह मिली हुकाला भाग खड़ा हुआ 

" देख लूंगा तुम्हे " जाते जाते हुकाला कह कर गया ।


इधर अलबेला मोनू पकड़े हुए हंसने लगा और मोनू की और देखते हुए बोला -

" देखा कैसे हराया हमारे सुपर गुड्डू ने हुकाला को " 

चलो मोनू को अब उसके घर पहुंचते है इसकी मम्मी घर में इंतजार कर रही होंगी । ............✍️




समाप्त शुक्रिया ✍️

लेखक : गुड्डू मुनीरी सिकंदराबादी 


क्या गुड्डू को उसको खोया हुआ कंचा मिला , क्या जादुई कंचे का राज मालूम हुआ इस रहस्य को जानने के लिए आने वाला पार्ट (4 ) जरूर पढ़े ।

" गुड्डू : द सुपर हीरो " 




 



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3 Comments

Gunjan Kamal

02-Feb-2024 03:51 PM

👏👌

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Mohammed urooj khan

31-Jan-2024 11:54 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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Varsha_Upadhyay

31-Jan-2024 02:33 PM

Nice

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