💐 जय माँ शारदे 💐
विधा-गीत
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जब-जब देखे चित्र तुम्हारे ,उमड़ी यादें मधुर- मधुर l
एक एक चित्रों के संग फ़िर बीत गये पल मधुर- मधुर ll
बात बात पर हँसी तुम्हारी, फिर हाँथों को थामना l
नज़र हटा लूँ जरा नज़र से, करना न फिर सामना ll
मान और मनुहार करें जब, तिरछे नैना मधुर- मधुर l
एक एक चित्रों के संग फ़िर ,बीत गये पल मधुर -मधुर ll
बात बात पर तुम्हें पुकारूं, हर पल तेरी राह निहारूं
सुख दुख के हम सदा सहारे, पीड़ा से मैं तुझे उबारूं
मिल बैठें जब साथ तुम्हारे, राग छेड़ते मधुर मधुर l
एक एक चित्रों के संग फिर बीत गये पल मधुर मधुरll
पुस्तक लेकर बैठूं पढ़ने, आ जाता फिर हँसता चेहरा l
दिखते न थे काले अक्षर , छोड़ रंग देता फिर गहरा ll
रोज मिलन के साज सजाऊँ ,सपने देखूँ मधुर - मधुर l
एक एक चित्रों के संग फिर बीत गये पल मधुर- मधुर l l
अमुआ की डाली पर गाये, कोयलिया जब गीत सुहाने l
काले काले बदरा आकर ,मौसम भी जब लगे रिझाने ll
ताक धिनक धिन ता ता थैया, नाचूँ तुम संग मधुर मधुर l एक एक चित्रों के संग फिर बीत गये पल मधुर मधुर ll
कभी न छूटे साथ तुम्हारा ,तुम सा हमे न कोई प्यारा l
अविरल बहती रहे गंग सी, प्रेम अमृत की जल धारा ll
स्मृतियों की सघन शृंखला, निरखूं तुम संग मधुर-मधुर l
एक एक चित्रों के संग फिर बीत गये पल मधुर मधुर ll
जब-जब देखे चित्र तुम्हारे . .. उमड़ी यादें मधुर मधुरll
विनीता गुप्ता छतरपुर मध्य प्रदेश स्वरचित मौलिक
आज की प्रतियोगिता विषय स्वैच्छिक हेतु दिनांक 3 -2- २०२४
Mohammed urooj khan
06-Feb-2024 12:40 AM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
04-Feb-2024 08:45 AM
बहुत ही खूबसूरत,,, लाजवाब लाजवाब लाजवाब लाजवाब लाजवाब लाजवाब लाजवाब लाजवाब लाजवाब लाजवाब
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Gunjan Kamal
03-Feb-2024 08:59 PM
बहुत खूब
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