दहेज़ -12-Feb-2024

दहेज


लईकी वाला बाप बेचारा,
इच्छा सुख सब तेजेलाS!
बेटी  के  जनमवते  ही,
शादी ला दाम सहेजेलाS!!

दया प्रेम कही नज़र ना आवे,
कुटिल चाल चतुराई बाS!
जिनका धर लईका सयान,
उ समझत सेठ के भाई बा!!

बेटिहा के देखते आसन पS,
ऐसे तान तन बैठेलाS!
जइसे शेर के खाल ओढ़ले,
धूर्त भेड़िया फऊकेलाS!!

मनसौदा फिर शुरू करेलाS,
पंद्रह बीघा पुदीना बा!
भइया लंदन में वकील,
मोर बबुआ पढ़त मदीना बा!!

नौकर चाकर दुनियां भर,
हई बाग बधार सब आपन हS!
नबे बीघा के एके टोपराS,
इंच टेप से मापल हS!!

हम दहेज के नाम नाS ली,
ईहाँ लोगवे मोटर कार देत बा!
बीस लाख के नगद चेक संग,
हीरा जडल हार देत बा!!

वासिंग मशीन ऐसी कुलर आS,
आँगन में उपहार देत बा!
तिलक में महँगाS गहना गुरिया,
पढ़ल-लिखल परिवार देत बा!

बेटिहा गुन-गाथा सुनके,
अकुलाजाले धबराजाले!
लिस्ट लाम-लमहर देखके ,
दिनवे में गच्चा खाS जाले!!

पुत्री मोह बस विवश बाप के,
आपन सुख ना लउकेलाS!
खेत बधार कुल जमा पूँजी,
सबका दहेज में सौपेलाS!!

ओह बाप पS का गुजरे,
जे बा गरीब निक धर नइखे!
कसहुं बिटियां पढली लिखली,
धन के अभाव निक वर नइखे!!

ई बिडम्बना बाS निक बिटियन के,
दूल्हा झोला छाप मिलेलाS!
पइसा पS घोघा, काना के,
महल अटारी राज मिललाS!!

निष्ठुर नियति कुरीत अनीति के,
कबहुँ दया ना आवेलाS!
जीवनभर बिटियां के बाप,
बेटी जनमा पछतावेलाS!!

स्वरचित, मौलिक, सर्वाधिकार सुरक्षित
      ✍🏼 चन्द्रगुप्त नाथ तिवारी
           भोजपुर (आरा) बिहार

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9 Comments

Shnaya

18-Feb-2024 10:37 AM

Nice one

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Mohammed urooj khan

13-Feb-2024 12:57 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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आभार आदरणीय

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बेहतरीन अभिव्यक्ति

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सादर चरण वंदन 🙏🏽

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