मंजिल पाना है यदि तो फिर वचन निभाना होगा
मंजिल पाना है यदि तो फिर वचन निभाना होगा।
बीती बातें बिसरा करके कदम बढ़ाना होगा ।।
मार्ग मिलेंगे टेढ़े मेढे,
अग्नि परीक्षा देना होगी ।
दीवारों पर पहरे होंगे,
बहुत प्रतीक्षा करना होगी।।
गहरी नदिया नाव पुरानी, पार लगाना होगा।
बीती बातें बिसरा करके कदम बढ़ाना होगा।।
शतरंजी चालों में माहिर,
नए खिलाड़ी रोज मिलेंगे।
प्यादों के संग बिछा बिसातें,
मिलकर चालें नई चलेंगे।।
सावधान रहकर राहों में, सेंध लगाना होगा।
बीती बातें बिसरा करके कदम बढ़ाना होगा।।
प्राण न्योछावर हो भी जाए,
पग न लौटे वापस घर ।।
वचन दिया है शीश कटे यदि,
मातृ भूमि मां भारत पर।।
प्राण जाए पर वचन न जाए, सत्य बचाना होगा।
बीती बातें बिसरा करके कदम बढ़ाना होगा।
मंजिल पाना है यदि तो फिर वचन निभाना होगा।।
विनीता गुप्ता छतरपुर मध्य प्रदेश स्वरचित मौलिक
आज की प्रतियोगिता हेतु
विषय वचन
दिनांक 26 -2 -2024
Gunjan Kamal
28-Feb-2024 01:05 PM
शानदार
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kashish
27-Feb-2024 03:10 PM
Awesome
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Mohammed urooj khan
27-Feb-2024 12:17 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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