Tabassum

Add To collaction

गुस्ताखियां


गुस्ताखियां

दुआ करो के
कुछ ऐसा हो जाए
ये दर्द तुझसा 
हो जाये
सहा भी ना जाये
रहा भी ना जाये।

आवाज देती है रोज 
उस बेवफा की 
गली मुझे
क्या कहूं 
दिल की लगी को
बगैर उसके
रहा न जाये।

समझाया बार बार
गुस्ताखियां न कर
बड़ा ढीठ है ये दिल
बिन गुस्ताखी
उससे रहा ना जाए।

तबस्सुम 

   9
4 Comments

Gunjan Kamal

13-Mar-2024 08:46 PM

बहुत खूब

Reply

Mohammed urooj khan

11-Mar-2024 01:48 PM

👌🏾👌🏾👌🏾

Reply

Abhinav ji

11-Mar-2024 09:25 AM

Nice👍

Reply