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शिविका का दर्द

काली गहरी अंधेरी रात के पहर मे सुनशान सड़क पर एक औरत 5 से 6 साल की बच्ची को पीठ पर बिठाएं कुछ लोगों से बच कर भाग रही थी।

वो औरत भागते हुए अपनी बच्ची को ड़रता देख कहती है,"प्रिंसेस आप ड़रिए नही, आपकी मासा आपको कुछ नहीं होने देंगी, आप बस हमें कस कर पकड़ के रखिएगा।"

वो बच्ची वो अपनी मासा के माथे पर आ रहे पसीने को साफ कर कहती है,"आपकी प्रिंसेस किसी से नहीं ड़रती हैं मासा, आप हमारी चिंता ना करें, जब हम बड़े हो जाएंगे तो इस बस लोगों से आपको बचाकर यहाँ से दुर ले जाएंगे। "

एक आदमी ,"वो रही पकड़ों उसे बच कर जाना नहीं चाहिए, जानते हो ना वो बच गई तो मेड़म सा हमारी जान ले लेवेगी। "

वो औरत भागते हुए किसी गाडी से टकरा कर नीचे गिर जाती हैं। अपनी गाड़ी के किसी को टकराते देख, वो लोग डरते हुए गाड़ी रोक बाहर आते हैं, एक औरत और आदमी जो देखने में पति पत्नी लग रहे थे। उस औरत और बच्ची को देख आदमी बोला "मेड़म आप ठीक है और इतनी रात में ऐसे बीच सड़क पर क्यों भाग रही हैं?"

वो औरत पीछे देख उस कपल से हाथ जोड़ अपनी बेटी को बचाने की मिन्नत करते हुए बोली,"कृपा कर हमारी मदद करें, हमारी लाड़ो को बचा ले, हमारे पीछे गुंडे पड़े हैं, इसके बदले आप ये सब रख ले। "

वो दोनों को अपने सारे जेवर निकाल देते हुए कहती हैं। वो औरत अपने पति को एक नजर देखती हैं, फिर उस बच्ची को अपनी गोद में लेकर सारे जेवर अपने बैग रख जाने लगते हैं। उस बच्ची की मासा हथियार लेकर आते आदमियों को देख जल्दी से उन लोगों को जाने के लिए कहती हैं, वो लोग गाड़ी में बैठ वहाँ से जाने लगते हैं। वो बच्ची मुड़कर अपनी मासा को देखती हैं जिस पर तलवार से हमला होने से वो खून से सनी जमीन पर गिर जाती हैं। अपनी मासा की हालत देख मनु तेज से चिखती हैं मासा, और बेहोश हो जाती हैं।

एक लड़की अपनी आँखे खोलती हैं वो पुरी तरह पसीने मे हो रही थी, ऐसे अचानक उठने से उस लड़की के मुँह से दर्द में "आहहहहहह" निकल जाती हैं, वो अपने चेहरे से बालों को हठाकर छोटे से कमरे को देखती हैं और खुद से बात करते हुए बोली,"महादेव फिर से वहीं सपना, वो बच्ची और वो औरत कौन थी? जो हर रात मेरे सपने में आती हैं, क्यों ये धुंधली यादें मुझे परेशान करती हैं, आखिर मेरा उन दोनों से कोई रिश्ता है तो मुझे क्यों कुछ याद नहीं हैं? और ये मेरा परिवार जो मेरा होकर भी परायों से बत्तर व्यवहार करता हैं, ये सब क्या हो रहा है? मुझे इस दर्द और जिल्लद भरी जिंदगी से निकाले महादेव, अब और बर्दाश्त नहीं होता हैं मुझसे। "

इतना बोल वो लड़की खुद पर से कम्बल हटाकर बैठ जाती हैं, उसके शरीर में नये और पुराने जख्म होते हैं। कुछ पर तो अभी भी सुखा खून लगा होता हैं। वो अपने दर्द को बर्दाश्त कर धीरे से बेड़ से अपना पैर नीचे रखती है कि उसके मुँह से दर्द की वजह से सिसकी निकल जाती हैं "आहहहहह मासा" दर्द की वजह से उसकी आँखों से आंसू आ जाते हैं, वो अपना दर्द भुल धीरे धीरे चल कर वॉशरूम मे जाती हैं।

आधें घंटे में वो वॉशरूम से बालों को टावेल से बांधते हुए बाहर आती हैं।

व्हाइट पटियाला सुट, रेड़ दुपट्टा, छोटे छोटे झुमके, बड़ी बड़ी कथई आँखों में काजल, हाथ में पुराने जमाने की घड़ी, उजले सुरज के उगते धुंध जैसा गौरा बदन, लम्बे काले घंने बाल, उसकी मासूम आँखें और चेहरे की सादगी ही उसकी खुबसूरती मे चार चाँद लगाती हैं, वो दिखने में किसी परी और राजकुमारी से कम नहीं थी, उसकी खुबसूरती के ना जाने कितने ही दिवाने होते हैं, एक नजर जो उसे देख ले कभी भुल नहीं सकता हैं।

वो तैयार होकर जल्दी से घर में बने छोटे से मंदिर में जाकर वहाँ की सफाई करती हैं और पूजा कर रसोई में चली जाती हैं।

सब के लिए नाश्ता बनाकर उसे ड़ाइनिंग टेबल पर लगाने के बाद सब को बुलाने जाती हैं। एक आधेड़ उम्र की औरत और आदमी आते हैं, वो औरत उस लड़की को तैयार देख तंज कसते हुए कहती है "महारानी सुबह सुबह ऐसे बन ठन कर कहाँ जाने की तैयारी मे हैं, पक्का किसी लड़के से मिलने जा रही होगी, लगता हैं कल की मार भुल चुकी हो, जो अपना मुँह काला करने जा रही हैं। "

"माधुरी तुम भुल गई आज शिविका के कॉलेज का पहला दिन हैं। "साइड़ मे बैठा रंजित बोल नाश्ता खाने लगता हैं।

माधुरी गुस्से में प्लेट फैक कर बोली "तुम ये सब क्या कह रहे हो? मैने कितनी बार कहाँ हैं, इस लड़की की किसी से शादी कर के इसे छुटकारा पा ले और वैसे भी ये पढ़ कर क्या ही कर लेंगी? अभी जैसे हम लोगों पर बोझ हैं वैसे ही शादी कर उन लोगों पर बन कर रहेंगी। "

अपनी माँ की कड़वी बाते सुन शिविका की आँखों मे नमी आ जाती हैं, वो खुद को मजबूत कर सब सुन चुप चाप जमीन पर गिरा खाना उठा कर वहाँ की सफाई करती रहती हैं, अब तो उसे ये सब सुने की आदत हो चुकी थी, ये सब तो रोज का ही था। पीछे से आता एक लड़का ,"मम्मी जाने दे इसे, वैसे भी पापा से कुछ नहीं होने वाला आप ही कोई लड़का देख ले और इसे यहाँ से बाहर फैके, रोज रोज इसका मनहूस चेहरा देख मुझे अच्छा नहीं लगता हैं। "

ये हैं रोहित शर्मा माधुरी और रंजित का लाड़ला और एक नम्बर का अय्याश, जिसे पैसे उड़ाने के अलावा कुछ नहीं आता हैं। माधुरी गुस्से में शिविका को धक्का देकर बोली,"सुना नहीं मेरे बेटे ने क्या कहाँ? उसे ये तेरा मनहूस चेहरा नहीं पंसद तो अब तक यहाँ क्यों खड़ी है? "

ऐसे अचानक धक्का लगने से वो संभल नहीं पाती हैं और दिवार से टकरा जाती हैं, जिसे उसके मुँह से एक दर्द भरी आहहह निकलती उसे पहले ही वो अपने मुँह पर हाथ रख वहाँ से अपना बैग उठा कर बाहर भाग जाती हैं। शिविका सड़क पर अपने आंसू पौछे जा रही होती हैं कि उसकी नजर सड़क के दुसरी और जाती हैं, जहाँ दो आदमी एक लड़की को पकड़े खड़े होते हैं, एक लड़का बड़ी सी गाड़ी से आँखों पर काला चश्मा लगाकर बाहर आता हैं और उस लड़की को जोरदार थप्पड़ मार कुछ कहता हैं, और अपने बॉड़ीगार्ड को इशारे से उसे गाड़ी में ड़ाल वहाँ से जबरदस्ती अपने साथ ले जाते हैं।

ये सब देख शिविका के मन में उस लड़के के लिए नफरत आ जाती हैं, वो उस लड़की की जगह खुद को देख उसकी मजबूरी और लाचारी मे बड़बड़ती हुए बोली "कितना आसान होता हैं, कमजोर लोगों पर अपना जोर आजमा कर अपनी ताकत दिखाना, हमारी कहानी हमें हर दुसरी लड़की की लगती हैं, लेकिन कोई माँ बाप अपनी ही बेटी के साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं? बचपन से ये सब सहन करते आए हैं लेकिन अब और नहीं, जैसे ही हमें मौका मिलेंगा हम आप सब से रिश्ता तोड़ चले जाएंगे और हम जानते हैं आप लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा, मैं भी इसे अपनी किस्मत मान अकेले रह लुंगी। "

ये सब सोचते सोचते कब वो कॉलेज पहुंच जाती हैं उसे पता ही नहीं चलता है। वो अपने चारों ओर नजर घूमा कर देखती हैं तो उसके मायूस चेहरे पर छोटी सी ही सही मुस्कान आ जाती हैं। वो आगे बढ़ती उसे पहले कोई पीछे से उसे अपनी बाहों में जकड़ लेता हैं, जिसे शिविका ड़र कर अपनी आँखें कस कर बंद कर लेती हैं, लेकिन उस शक्स की आवाज जैसे ही उसके कानों में पड़ती हैं, उसका ड़र खत्म हो जाता हैं और उसकी जगह मुस्कान आ जाती हैं। वो पलट कर उसे कस कर गले लगा लेती हैं।

क्यों शिविका का परिवार उसे इतना दर्द देता हैं?

क्या शिविका इस दर्द और जिल्लद भरी जिंदगी को कभी पीछे छोड़ पाएगी? कौन था वो शक्स जो बीच सड़क एक लड़की पर हाथ उठाता है? कौन थी मासा और प्रिंसेस और क्यों शिविका उसे अपने सपनों मे देखती हैं?

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8 Comments

hema mohril

26-Mar-2025 05:33 AM

v nice

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Varsha_Upadhyay

23-Mar-2024 11:00 PM

Nice

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Babita patel

22-Mar-2024 08:27 AM

Amazing

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