Rakesh rakesh

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लेखनी कहानी -19-Mar-2024

काजल को पता था कि मेरी विधवा मां अपना मेरा मेरे छोटे भाई दीपू का पेट आज तक घरों में झाड़ू पोंछा बर्तन धोकर खाना पका कर भरती आई है। अब मां के शरीर में इतनी शक्ति नहीं रही है कि वह मेरा पेट भरने के साथ-साथ मेरी शादी भी करें आठ वर्ष का छोटा भाई दीपू तो खुद मां और मेरा मोहताज है।

पिता जी की मौत के बाद मां ने किराए के मकान का किराया देने के बाद हम दोनों भाई-बहन का और अपना पेट भरने के साथ-साथ दीपू की पढ़ाई को कैसे-कैसे जारी रखा है। उस पर रात दिन मां को मेरी शादी की चिंता लगी रहती है, इस चिंता में दिन रात डूबी रहने के कारण दिन बा दिन मां की सेहत गिरती जा रही है, इसलिए मुझे नौकरी करके मां का हाथ बटाना ही होगा।

लेकिन अनपढ़ काजल को तो पहले नौकरी मिलना ही बहुत मुश्किल होती है और जहां भी उसे नौकरी मिलती है वहां उस गरीब मजबूर खूबसूरत काजल को अपनी इज्जत की रक्षा करना मुश्किल होता था।

इधर खूबसूरत जवान बेटी को कब तक घर में रखुगी, इस चिंता में काजल की विधवा मां पहले से ज्यादा बीमार रहने लगी थी। अब तो उसकी मां के लिए छोटे बेटे जवान बेटी का पेट भरना तक असंभव हो गया था, काजल को मजबूरी में तब तक नौकरी करनी थी जब तक उसका मासूम भाई दीपू कमाने लायक नहीं हो जाता, इसलिए काजल ऐसी जगह नौकरी करने का फैसला लेती है, जहां सिर्फ महिलाएं ही महिलाएं हो और उसे ऐसी जगह मिल जाती है महिलाओं के ब्यूटी पार्लर में अनपढ़ लेकिन बुद्धिमान काजल कुछ ही महीनो में इतनी होशियार ब्यूटीशियन बन जाती है कि उस इलाके की हर एक लड़की दुल्हन उसके हाथों से ही सजना संवरना चाहती थी।

ऐसे ही एक दुल्हन मशहूर महंगी ब्यूटीशियन से सजने संवरने की जगह काजल से सजने संवरने की जिद पर अड़ा जाती है।

शादी में उसका चचेरा भाई भी आया हुआ था। उस दुल्हन के चाचा चाचा यानी कि उसके चचेरे भाई अभय के माता-पिता चाहते थे कि विदेश में बिजनेस करने वाला उनका बेटा अभय विदेशी नहीं बल्कि भारतीय लड़की से शादी करें।

उस दुल्हन के चचेरे भाई को काजल ब्यूटीशियन बहुत पसंद आ जाती है, इसलिए दुल्हन यानी कि अपने ताऊ की बेटी से विदेश में रहने वाला अभय काजल का पता लेकर अपने माता-पिता के साथ काजल के घर जाता है अपनी और काजल की शादी का रिश्ता लेकर।

लेकिन जिस रात काजल उस दुल्हन का मेकअप करके अपने घर पहुंची थी तो उसकी मां की हालत इतनी ज्यादा खराब थी कि तुरंत अस्पताल में भर्ती नहीं कराया जाता तो मां की मौत हो जाती और काजल के पास इतने रुपए नहीं थे कि वह मां का अच्छा ईलाज कर सके।

और काजल ने कई बार सुना था कि महिलाओं को खूबसूरत घने लंबे बालों को बेचने से अच्छे खासे रुपए मिल जाते हैं, इसलिए वह मां के ईलाज के लिए अपने रेशमी घने बाल बेच देती है।

और चार-पांच दिन बाद जब विदेश में बिजनेस करने वाला अभय नाम का लड़का अपने माता-पिता के साथ काजल के घर अपनी और काजल की शादी का रिश्ता लेकर पहुंचता है तो गंजी काजल को ठुकरा कर वापस विदेश चला जाता है।

तब काजल की मां दुखी होकर काजल से कहती है "अभागन कहीं की।"

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4 Comments

Babita patel

30-Mar-2024 09:52 AM

Awesome

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Mohammed urooj khan

22-Mar-2024 12:38 AM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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RISHITA

21-Mar-2024 11:12 PM

Amazing

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