पावन धरा-21-Mar-2024
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 21/03/2024
पावन धरा
वीर सपूतों की यह धरती
हमको जान से प्यारी है
जहां बसता हो प्रेम हृदय में,
पावन धरा कहलाती है।
देश की आज़ादी की खातिर
वीरों ने प्राण गंवाए हैं।
गांव, घर, परिवार को छोड़ा
हाथों में तिरंगे लहराएं हैं।
पावन धरा हमारी और
पावन वातावरण इसका।
धरती के ऋणी हम सदा से
धरा से ही हमें जीवन मिला।
स्नेह वात्सल्य से लिप्त धरा
हमें अन्न और जल देती है।
लोगों को भोजन देती है
प्यास को शांत करती है।
यही पावन धरा जंगल में
पशु पक्षियों को आनंदित करती है
पेड़ों पर लगते घोंसले
पक्षियों को घर देती है।
शाहाना परवीन 'शान'...✍️
Gunjan Kamal
08-Apr-2024 10:39 PM
बहुत खूब
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Mohammed urooj khan
22-Mar-2024 11:57 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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RISHITA
21-Mar-2024 10:23 PM
Awesome
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