Neeraj Agarwal

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लेखनी कहानी -21-Mar-2024

शीर्षक - स्वैच्छिक (आप और हम जीवन के सच)


              आप और हम जीवन के सच में स्वैच्छिक कहानी के अंतर्गत हम आप और हम जीवन के सच में आज कहानी के पात्रों में आप और हम  किरदार हैं। वैसे तो जीवन में बहुत से सच और अनुभव रहते हैं सभी के साथ परंतु आज हम जीवन के सच में हम सभी की सोच के साथ आधुनिक और हम हमारे जीवन की रहन-सहन फैशन और हमारी सोच सभी यही सोचते हैं कि जीवन में हम ही सच है और सही बोलते हैं परंतु हर इंसान का अपना-अपना नजरिया और अपने शब्द होते हैं और आप और हम जीवन के सच में हम सभी जीवन में कोई ना कोई किरदार निभाते हैं बस समय के साथ-साथ हम एक दूसरे से  फरेब या स्वार्थ रखते है।
     हम सभी एक दूसरे के लिए सहयोग करना भी चाहते हैं परन्तु किसी के विचार किसी के आर्थिक स्थिति का सहयोग नहीं मिल पाता है और हम सभी उसे इंसान को धोखेबाज या फरेबी समझ लेते है। आप और हम जीवन के सच में आज सभी का जीवन धन संपत्ति और पैसे के साथ-साथ एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा रखना भी मन का बहम बन गया है। हम सभी जानते हैं कि जीवन में आज के आधुनिक समय में धन या पैसा एक ऐसी वस्तु बन चुका है जहां रिश्ते नाते और हम और तुम सब पैसे की अधीन हो चुके है। जीवन में आज केवल धन और संपत्ति ही आदमी का सहयोग है और हम सभी जीवन में मां भाव में सोचें तो हम किसी की इज्जत उसके पैसे उसके रुतबे से ही करते हैं। आप और हम जीवन के सच में हम सभी इंसानों ने ऐसी परंपरा शुरू करी है और इसी धन के कारण हम एक दूसरे के लिए व्यवहार कुशलता भी सोच समझकर करते हैं।
         आप अपने जीवन के सच में रजनी एक अच्छी नौकरी पर होती है और उसके पास धन की कोई कमी नहीं होती है परंतु उसके अव्यवहार कुशलता के कारण उसका पति उसे तलाक देकर चला जाता है और वह उसके जाने के बाद उसकी अहमियत उसका वर्चस्व समझ पाती है परंतु आप पर हम जीवन के सच में समय निकल जाने के बाद अपनी अपनी राह चुन लेते हैं और बीता हुआ समय फिर कभी वापस नहीं आता इसलिए हम सभी को अपने निर्णय सोच समझ कर लेने चाहिए। 
           आप अपने जीवन के साथ में हम सभी इस रंगमंच के किरदार है और हम सब समय के साथ-साथ अपने किरदार निभाते हैं और जीवन को समझते हुए अपने किरदार से मुक्त हो जाते है। आप और हम जीवन का सच ही है कहता है कि हम कुछ भी नहीं है समय और समय के साथ हमें वही करना है जिस किरदार के लिए हम इस दुनिया में आए हैं।

नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र

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5 Comments

Gunjan Kamal

09-Apr-2024 10:51 PM

बहुत खूब

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Babita patel

30-Mar-2024 09:44 AM

Amazing

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Varsha_Upadhyay

23-Mar-2024 10:57 PM

Nice

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