शिविका के रिश्ते का सौदा
शांति निवास का गेट बजता हैं।
माधुरी अपना फोन रख उठते हुए बोली "इस वक्त कौन आ गया? वो महारानी तो बन ठन चली गई, आने दो इसे आज अच्छे से मजा चखाऊंगी की दौबारा कॉलेज का नाम लेना ही भुल जाएगी"....।
वो गेट खोलती हैं दरवाजे पर अंजान लोगों को देख बोली "आप लोग कौन है? और किसे मिलना है"....।
दरवाजे पर खड़ी औरत अपना नाम बताते हुए बोली "हम तारा हैं और ये शांतनु मित्तल हमारे हसबैंड हैं, क्या हम अंदर चल कर बात कर सकते हैं? प्लिस"....।
माधुरी एक नजर उन्हें देख साइड़ हो जाती हैं।
वो लोग अंदर आते हैं, रंजित टीवी देखते हुए "माधुरी कौन है और किसे बात कर रही हो, वो इसे आगे कुछ बोल ही नहीं पाता, वो अपनी आँखों को बंद कर खोलकर देखता है और लड़खड़ाते हुए बोला "म.... मि... मिस्टर मित्तल, आप दोनों हमारे घर पर, प्लिस बैठिए ना".... वो अपनी बीवी को चुप खड़ा देख जाओ मेहमानों के लिए चाय और पानी लेकर आओ"....।
अपने पति की बात सुन माधुरी जाने लगती हैं कि मिसेस मित्तल रोकते हुए बोली "इन सब की कोई जरूरत नहीं हैं, आप दोनों बैठिए हमें आप लोगों से बात करनी है"...।
दोनों confused होकर एक दुसरे को देखते हैं और बैठ जाते हैं।
मिसेस मित्तल अपने हसबैंड को बोलने का इशारा करती हैं।
शांतनु जी बोले "मि. शर्मा, हम यहाँ आपकी बेटी का रिश्ता अपने छोटे बेटे से करवाना चाहते हैं, अगर आप दोनों को कोई एतराज ना हो तो"...।
माधुरी बीच में "हम ऐसे कैसे आप से रिश्ता कर सकते हैं, आप हो कौन और हमारी बेटी को कैसे जानते हैं"....।
रंजित उसका हाथ दबा कर धीरे से बोला "चुप करों तुम, जानती हो ये कौन है? इनसे रिश्ता करने से हमारा कितना फायदा होगा"...।
माधुरी उसकी बात इग्नोर कर बोली "हम ऐसे कैसे हाँ बोल दे, बचपन से हमने उसे बड़ा किया पढ़ाया लिखाया और सब कुछ दिया, हमें क्या मिलेंगा?....।।
तारा जी चेक निकाल कर सामने रखते हुए बोली "जितना चाहे उतना amount इस मे भर दे, लेकिन शादी हमें 2 दिन के अंदर करनी है"....।
माधुरी आँखों में लालच लिए अपने पति को बोलने के लिए कहती हैं लेकिन फिर खुद ही बोलती है 50 लाख और शादी का सारा खर्चा"...।
रंजित मन में "ये बेवकूफ औरत बिना कुछ जाने क्या बोल रही हैं?
शांतनु जी चेक साइन कर उसकी ओर बढाकर बोले "ये 1 करोड़ का चेक हैं, कल हम हमारे परिवार के साथ आएंगे, आप अपनी बेटी से बात कर ले".... इतना बोल वो अपनी बीवी को वहाँ से लेकर चले जाते हैं।
माधुरी चेक देख खुश होकर रंजित, "अब हम भी अमीर हो गए है बड़ा घर, गाड़ी नौकर सब होगा, आज उस मनहूस की वजह से ही सही हमें ये सब मिलेंगा"....।
रंजित परेशानी से "ये सब ठीक है लेकिन वो शादी के लिए नहीं मानी तो और आज तक किसी ने मि. मित्तल के छोटे बेटे को देखा ही नहीं हैं, बस सुना है, वो बहुत गुस्सैल होने के साथ उसकी बहुत सी लड़कियों के साथ नाम भी जोड़ा गया है, उसे ना सुना बिल्कुल पसंद नहीं हैं और गलती होने पर ऐसी सजा देता है कि इंसान को मौत अच्छी लगने लगे"....।
इतनी खतरनाक बातें सुन माधुरी को ड़र लगता हैं लेकिन पैसों के आगे वो सब भुल "तुम उसकी चिंता मत करों, मै भी देखती हूँ वो शादी के लिए हाँ कैसे नहीं करती हैं, इतनी आसानी से मैं अमीर बने का सपना नहीं छोड़ सकती हूँ, और वो लड़का जैसा भी हो उसे हमारा कोई रिश्ता नहीं हैं, शादी के बाद हम उस मनहूस से भी रिश्ता तोड़ कहीं दुर चले जाएंगे"...।
अपनी बीवी की बात सुन रंजित खुश होकर अपना फोन निकाल किसी को कुछ मेसेज भेजता है और अपनी बीवी के साथ बाहर निकल जाता हैं।
"अब तो कॉलेज में शरेआम गुंडागर्दी होने लगी हैं, लगता हैं कॉलेज का आखिरी साल बहुत मजेदार होगा" वो लड़का अजीब तरह से बोला।
मान्या और शिविका उस अंजान शक्स को देखती हैं, मान्या तो उसे देख खो जाती हैं, वो देखने में अच्छा था और उसने मान्या की बेस्टफ्रेंड को बचाया था, उसके लिए तो वो दुनिया का बेस्ट लड़का हैं।
रेयांश उसे गुस्से में घूरता है और वहाँ से जाने लगता हैं।
उसे जाते देख वो शक्स सर्काटिक way मे बोला "मुझे पता नहीं था, द ग्रेट रेयांश मित्तल अपने चमचो के साथ इतना गिर जाएगा कि लड़कियों की इंसल्ट इस तरह होते देख इंजॉय करेगा, वैसे तुझ से उम्मीद भी क्या कर सकते हैं? वैसे तुम्हें पता है ना ragging is a crime तुम्हारी किसी ने शिकायत कर दी तो तुम कॉलेज से निकाले जा सकते हो"....।
उसकी बात सुन रेयांश गुस्से मे उसकी कॉलर पकड़ लेता हैं, दोनों एक दूसरों को ऐसे देख रहे होते हैं कि अभी ही एक दुसरे को मार देंगे।
रेयांश भारी आवाज में बोला "मैं कौन हूँ ये बताने के लिए मजबूर मत कर, कही मेरा सच जान शॉक्ड से तु मर ना जाए, मेरी छोड़ अगर मै चाहु तो तुझे 2 मिनट के अंदर कॉलेज से बाहर फिकवा सकता हूँ, इसलिए अपनी औकात और लिमिट मे रहना सिख जा, आगे तेरी मर्जी" इतना बोल वो उसको झटके से छोड़ वहाँ से निकल जाता हैं।
उसके पीछे बाकी सब भी चले जाते हैं।
मान्या अपना हाथ बढ़ा कर उस अंजान से बोली "Hi sir, I am manya gupta, thank you for your help.
वो लड़का उसे हाथ मिलाते हुए बोला "अधिराज खन्ना, और तुम्हें थैंक यू बोलने की जरूरत नहीं हैं, मैं किसी के साथ गलत होते नहीं देख सकता हूँ, मेरी क्लास का वक्त हो रहा है मैं बाद में मिलता हूँ"....। वो एक नजर शिविका को देख वहाँ से चला जाता हैं।
मान्या excited होकर शिविका से बोली "मानु अधिराज सर कितने अच्छे हैं ना और handsome भी, तुम्हें कैसे लगे वो"....।
शिविका उसके सर पर हल्की सी उपत लगाकर आगे चलते हुए बोली "मैं यहाँ पढ़ाई करने आई हूँ और तुम भी उसी पर ध्यान दो, अब जल्दी चलों वरना हम लेट हो जाएंगे, पहले ही उसकी शकल देख मुड़ खराब हो गया है"....।
मान्या confused होकर बोली "तुम किस के बारे में बात कर रही हो"..।।।
शिविका गुस्से में सामने जाते रेयांश को देखती हैं और मान्या को रास्ते में जो कुछ भी देखा सब कुछ बताती हैं।
मान्या बोली "शिवि ये तो बहुत खतरनाक लग रहा है, हम दोनों इसे और इसके चमचो से दुर ही रहेंगे, नहीं तो पता चला हमें भी kidnap करवा कर किसी नाले में फैक दे"....।
ऐसे ही बाते करते हुए दोनों अपनी क्लास मे पहुंच जाती हैं, वो first desk पर बैठ जाते हैं।
शांतनु, "आप मेरी बात सुनिए, उसके बाद गुस्सा हो जाइएगा"... तारा आवाज लगाते हुए बोली।
शांतनु पीछे मुड़ कर थोड़े गुस्से में बोले "इस बार नहीं, मुझे नहीं जाना आप ने वो सब क्यो किया? लेकिन मैं अपने बेटे के साथ गलत नहीं होने दुंगा"....।
तारा गुस्से में चिल्ला कर बोली "आपका नहीं मेरा भी बेटा है और मै उन दोनों के लिए ही ये सब कर रही हूँ, शिविका से बेहतर लड़की हमारे बेटे के लिए ओर कोई नहीं हो सकती हैं, प्लिस जैसा आप ने हमारा साथ उन लोगों के सामने दिया, वैसे ही आगे भी दे मै यकीन दिलाती हूँ कुछ गलत नहीं होगा"....।
शिविका और रेयांश क्या शादी के बंधन में बंधने को तैयार होंगे?
कौन थी मासा?
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आप लोग अपने सजेशन भी बता सकते हैं प्लिस सपोर्ट।