ये रात
कुछ थमी थमी गहराई सी रात है
कुछ अनसुनी
कुछ अनकही सी रात है
ख्वाब है मेरे हसीन
इस रात को भी मालूम है
झिलमिल सितारे संग
जाग रहे हमारे
जगमग सी रात
रोशन सारा जहां है
दिखा टूटा तारा एक कहीं दूर
कह दी चुपके से दिल की बातें
पूरी जो हुई यह तमन्ना मेरी
बन जाएगी दुनिया जन्नत मेरी
अर्चना तिवारी
संजय भास्कर
14-Apr-2021 01:07 PM
बहुत सुन्दर लिखा है आपने !
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Satesh Dev Pandey
27-Mar-2021 08:39 AM
बहुत सुन्दर
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Nisha
26-Mar-2021 10:15 AM
Betreen kavita , mam ,
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