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जमाना




जमाने से जो ठुकराए गए हैं,,,,
हमें अब छोड़ के साये गए हैं,,,,,

हुआ है नाम जब से महफिलों में,,
वुजूद-ए-खास बतलाए गए हैं,,,,

नही रखते दिलों में वो तभी से,,
बरा-ए-मौत दफनाए गए हैं,,,,,

चमक मेरी दिखेगी अब कहाँ से,,
क़रीने से तोड़ बिखराए गए हैं,,,,,

खुदी की मौत का इल्जाम है यारों,,
गुनाह-ए-कत्ल ठहराए गए है,,,,





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6 Comments

Varsha_Upadhyay

29-Mar-2024 11:53 PM

Nice

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kashish

27-Mar-2024 03:14 PM

Awesome

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Gunjan Kamal

27-Mar-2024 01:42 PM

👏🏻👌

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