प्यार की जीत
प्यार की जीत
डोंबिवली के पास निलजे गाव मे महादेव और उनकी पत्नी मालती रहते थे। उनके पास थोडी खेती थी। उनका एक प्रोव्हिजन शॉप था। मालती कपडे सिती थी। उनकी परिस्थिति अच्छी थी । उन्हे अमर और आशा नामक 2 बच्चे थे। वो दोनो पाठशाला जाते थे । अमर ने 10 के बाद विज्ञान शाखा मे प्रवेश लिया और वहा से इंजिनियरिंग मे दाखिला लिया।
आशा का भी कला मे ग्रेज्युएशन हो गया। फिर उसकी शादी की उम्र हो गई थी तो अाशा को अमित नामक युवक देखने आया अमित को आशा पसंद आ गई । दोनो की शादी बडे धुमधाम से हुई।
फिर अमर के लिये लडकी ढुंढने की बात घर मे जोर पकडने लगी। अमर ने साफ कह दिया कि वे अपनी वर्ग की लडकी आरती से शादी करेगा। वो बात घरवालो ने मान ली। वो शादी हो गई ।
फिर एक दिन अमर और आरती रास्ते से जा रहे थे तो वहा अमित ओर अाशा भी सामने से गुजर रहे थे तो दोनो की गाडी़या आपस मे टकराई और उसी वक्त अमर और आशा की मृत्यु हो गई ।
अमर और आरती का बेटा समीर और आशा और अमित की लडकी पल्लवी एक दुसरे से प्यार करते थे।वो दोनो एकसाथ इंजीनियरिंग कर रहे थे।
बहुत मुसीबतो से लडकर इन दोनो का विवाह हो गया।
hema mohril
22-Jan-2025 02:38 PM
nice
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Arti khamborkar
19-Dec-2024 03:51 PM
v nice
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Mohammed urooj khan
16-Apr-2024 12:11 AM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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