संसार
"संसार"
क्या लेकर आए थे तुम
क्या लेकर जाओगे...
भाग्य लेकर आए थे और
कर्म लेकर जाओगे...
अपने ही कर्मों के निशा
यहां छोड़ जाओगे...
उन्हीं कर्मों के आधार पर
तुम याद किए जाओगे...
संसार के इस सत्य से
बच नहीं तुम पाओगे...
आए हो संसार में तो
एक दिन चले भी जाओगे...
जीते जी के सब जंजाल हैं
जाने के बाद कुछ नहीं...
फिर भी संसार की इस मोह माया में
फस ही तुम जाओगे...
जैसा बीज बोओगे
फल भी वैसा पाओगे...
कविता गौतम...✍️
# लेखनी
# लेखनी कविता
©®
Sunanda Aswal
25-Oct-2021 04:38 PM
बहुत ही सुन्दर
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Khushi jha
25-Oct-2021 02:34 PM
वाह
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Ankit Raj
25-Oct-2021 02:31 PM
V nice
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