नारी
हर धड़कते दिल की चाहत है नारी ।
बेकरार धड़कन की राहत है नारी ।
कतरा ना समझो इसको है दरिया से बढ़ के ।
नीची नज़र ना देखो पर्वत है नारी ।।
बहना बनके भाई पे प्यार लुटाए ।
बेटी है गर तो रहमत है नारी ।
ममता के रंग से दुनियां है रंगी ।
औलाद की खातिर जन्नत है नारी ।।
है अगर बी बी तो पति के कदमों की ।
मुश्किल भरे सफर में ताक़त है नारी ।
ना मोती ना हीरा ना सोना ना चांदी ।
दुनियां की फिर भी दौलत है नारी ।
अना को इसकी कोई जब ठेस पहुंचाए ।
उसके लिए फिर तो कयामत है नारी ।
हर हाल में इसका एतराम है लाज़िम ।
खुदा की कसम घर की इज्ज़त है नारी ।
मुझसे कोई पूछे तो कह दूं उसे ।
के मर्दों के वास्ते नेमत है नारी ।
Mohammed urooj khan
16-Apr-2024 11:10 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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Reyaan
11-Apr-2024 06:09 PM
Nice
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Shnaya
11-Apr-2024 04:45 PM
V nice
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