Add To collaction

राम-लक्ष्मण

अवध में जन्मे दुष्ट दलन रघुवीर,

संग जन्मे भरत लखन शत्रुघ्न वीर।

चैत्र नवमी को जन्मे श्री रघुराई, 
नगर निवासी मिल गाएँ बधाई। 
अँगना गूंजे किलकारी श्रेष्ठ वीर, अवध----

महल में चारों घुटुअन-घुटुअन डोले,
हर्षित महतारी पीछे-पीछे डोले।
खुशी के बाजे ढोल मृदंग मजीर, अवध------

स्वरचित-सरिता श्रीवास्तव "श्री"
धौलपुर (राजस्थान) 

   5
4 Comments

Anjali korde

18-Apr-2024 01:56 PM

Fantastic

Reply

Mohammed urooj khan

18-Apr-2024 12:19 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

Reply

जी अति उत्तम रचना।

Reply