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काजल

आंखों से ना जाने कितने  कत्ल कर जाती हो।

जब तुम आंखों में काजल लगाती हो।
आंखों से न जाने क्या- क्या बोल जाती हो।
काजल से तुम अपनी खूबसूरती में चार चांद लगाती हो।
आंखों से  ही तुम मेरे दिल पर वार कर जाती हो।
आंखों के जरिए ही तुम मुझे अपना दीवाना बनाती हो।
प्रतियोगिता हेतु
संजना पोरवाल 

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3 Comments

Mohammed urooj khan

20-Apr-2024 06:32 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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Arti khamborkar

20-Apr-2024 08:34 AM

Amazing

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Gunjan Kamal

19-Apr-2024 10:40 PM

बहुत खूब

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