भूल -27-Apr-2024
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 27/04/2024
भूल
कैसे भूल जाऊं वो मोहब्बत जो कभी हमने की थी,
कैसे भूल जाऊं वो चेहरा जिसमें लाखों कशिश थी।
मोहब्बत करना आसान नहीं, दिल दुखाना पड़ता है
मिलती है तब सच्ची मोहब्बत अपना सबकुछ लुटाना पड़ता है।
कैसे भूल जाऊं वो चेहरा जिसको देख हम जीते थे।
रात को दिन और दिन को रात सनम हम कहते थे।
कैसे भूल जाऊं वो मोहब्बत जो कभी हमने की थी
कैसे भूल जाऊं वो चेहरा जिसमें लाखों कशिश थी।।
शाहाना परवीन 'शान'...✍️
Gunjan Kamal
30-Apr-2024 08:16 AM
शानदार
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Varsha_Upadhyay
27-Apr-2024 10:46 PM
Nice
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Babita patel
27-Apr-2024 09:36 PM
V nice
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Shahana Parveen
27-Apr-2024 10:26 PM
Thank you 🙏😊
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