प्रदत्त विषय- संगीत(कविता) प्रतियोगिता हेतु 19-May-2024
प्रदत्त विषय -संगीत प्रतियोगिता हेतु
सातों सुर जब साथ में मिलते, बनता है मीठा संगीत। अंतर्तम भी प्रफुल्लित होता, इसकी बड़ी सरस है रीत।
संगीत से ख़ुशी है मिलती, होता ईश्वर का आराधन। मन का मैल है टिक ना पाता, शुद्ध, सात्विक सरस हो वादन।
मानव ना यह जीव मात्र में, अद्भुत सा जादू है जगाता। बोस ने इसको सिद्ध किया है, संगीत वृक्ष का अद्भुत नाता।
इसका जादू सब पर छाया, इसका दीवाना है संसार। पत्थर दिल मानव भी यारों, संगीत से करता प्यार।
मनचाही संगीत जब बजती, अंतर्मन है लेता हिलोरे। अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम, भावनाओं को यह झकझोरे।
छात्रों की बुद्धिमत्ता बढ़ती, भावनाओं की होती तलाश। सोच- समझ इससे बढ़ जाती, कर लें यदि हम रियाज, प्रयास।
विद्यालय पाठ्यक्रम का अभिन्न अंग हो, बच्चों में कलात्मकता लाए। आत्मसम्मान की जगे भावना, सहज संस्कृतियाँ ग्रहण हो जाएँ।
चौतरफ़ा विकास है होता, हिय में भर जाती खुशियाली। मंत्र मुग्ध हो सुन लें इसको, जीवन में कभी आए न ब्याली।
साधना शाही, वाराणसी
hema mohril
23-May-2024 02:46 PM
Best
Reply
Gunjan Kamal
22-May-2024 08:34 PM
बहुत खूब
Reply