बुद्ध पूर्णिमा (कहानी) प्रतियोगिता हेतु24-May-2024
बुद्ध पूर्णिमा (कहानी /प्रतियोगिता हेतु
आज का दिन सभी मनुष्य जाति के लिए बड़ा ही महत्वपूर्ण दिवस है। क्योंकि आज के दिन ही अहिंसा के पुजारी तथा बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ था। आज बुद्ध पूर्णिमा या बैशाख पूर्णिमा के पुनीत दिवस को महात्मा बुद्ध के जीवन में तीन महत्वपूर्ण घटनाएंँ घटित हुईं जो निम्न प्रकार हैं- 1- आज के दिन ही बुद्ध का जन्म 623 ई.पू.में हिमालय की तलहटी के ठीक नीचे एक छोटे से राज्य में हुआ था। उनके पिता शाक्य वंश के मुखिया थे। जनश्रुतियों की मानें तो उनके जन्म के 12 वर्ष पूर्व ही ब्राह्मणों ने यह भविष्यवाणी किया था कि यह बालक या तो चक्रवर्ती सम्राट बनेगा या फिर एकमहान ऋषि। 2- बोधगया में बौद्ध वृक्ष के नीचे आज के दिन ही महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। 3- आज के दिन ही ई.पू.483, 80 वर्ष की आयु में कुशीनगर, भारत में उनका महापरिनिर्वाण हुआ था।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि आज के दिन तीन पुनीत घटनाओं को घटित होने के कारण यह दिन त्रिविध पावनी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यही कारण है कि आज के दिन को बौद्ध धर्मावलंबी एक उत्सव की तरह मनाते हैं।
महात्मा बुद्ध की याद में कुशीनगर में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर लगभग एक माह तक मेला लगता है।
मान्यताओं के मतानुसार महात्मा बुद्ध को विष्णु भगवान का नवांँ अवतार भी माना जाता है।
इसी कारण से इस दिन पूजा- पाठ यज्ञ हवन दान पुण्य का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है
शाही वाराणसी