Nazneen Khan

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जब आयत जैन से मिली

जैसे ही आयत की कार दूसरी कार से टकराती है वैसे ही दूसरी साइड से जैन और  नेहा दौड़ाकर आते है। जैन कार के दरवाजे के पास आता है और कहते है - " ओ मैडम!  बाहर आइये। "

आयत-  " जी जी आरी हूं। "

आयत कार से  बाहर आती है और सोचने लगती है क्या करू , तभी उसे एक आयडिया आता है ,और वो जैन से  कहती है - "  देखो कितना खुशी- खुशी नाचते हुए जा रहा है वो। "

जैन ने हैरत से कहा, "कौन नाचते हुए जा  रहा है?"

आयत -" अरे!  वो देखो कुत्ते का बच्चा , कितना खुश हो गया , Thanks to God मैने उसे बचा लिया। "

जैन - " ओ हेलो ! किस  कुत्ते के बच्चे की बात कर रही हो तुम वहा पर तो  मुझे कोई कुत्ते का  बच्चा नहीं नजर आ रहा है । "

आयत -" वो भाई साहब नजर नजर की बात है । मुझे दिखाई दिया दे रहा है । पर तुम्हें नहीं तो इसमें मैं क्या करूं मुझे कुत्ते का बच्चा दिखा तभी तो मैंने ब्रेक मारा उसे बचाने के लिए।"

जैन -" वो इतनी दूर कुत्ते का बच्चा तुम्हें दिख गया छोटा सा , और ये पास में खड़ी इतनी बड़ी  गाड़ी नहीं दिखी थी  तुम्हें ।"

आयत- " ओ सॉरी भाई साहब ! मेरा ध्यान ना उस कुत्ते के बच्चे पर था शायद इसलिए ध्यान नहीं दिया और आपकी गाड़ी लड़ गयी मुझसे । "

इतने में नेहा बीच में ही बोल पड़ती है , तुम रुको जैन मैं बात करती हूं, मुझे पता है ऐसे लोगों से कैसे बात की जाती है.......

नेहा - " ओ मैडम ये गाड़ी देखी है इसका  आगे का हिस्सा और हेड लाइट टूट चुकी है इसे  कौन बनवाएगा ।"

नेहा की तेज आवाज और उसके बोलने के अंदाज को देख कर आयत पल भर के लिए एकदम खामोश होकर नेहा को देखती रह जाती हैं ।

अब क्या आयत नेहा की बातो का सामना कर पयेगी या फिर अपनी गलती मानकर बात को खत्म कर देगी ।

जानने के लिए आगे कहानी जरूर पढ़े और अगर कहानी पसंद आ रही हैं तो इसे लाईक और शेर जरूर कीजिए।

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3 Comments

Babita patel

02-Jul-2024 09:03 AM

V nice

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shweta soni

19-Jun-2024 07:27 AM

👌👌

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Anjali korde

17-Jun-2024 01:43 PM

V nice

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