Nazneen Khan

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ज़िन्दगी की मुश्किल

थोड़ी देर बाद आयत कार की चाबी  उठाती हैं , और लैपटॉप लेकर सलमान की तरफ जाती हैं । जैसे ही आयत सलमान के घर पहुंचती है , वहां जिया मौजूद होती है । जिया आयत से कहती है......

जिया - " हे आयत कैसी हो ? "

आयत-  " ठीक  ही हूं।  खैर तुम  बताओ तुम्हारी तबीयत कैसी है अब । सुबह सलमान बता रहा था कि तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं है । "

जिया - " हां ! वो बस थोड़ा मौसम की वजह से हो रहा था अब ठीक हूं ।"

आयत- " अच्छा... पर फिर भी एक बार डॉक्टर  को दिखा देती ।"

जिया - " हां सलमान लेके गये थे। "

आयत- " चलो सही है  तब तो अच्छा सलमान घर पर नहीं है क्या ?"

जिया - "वो  ऊपर रूम में है।  रुको मै बेला देती हूं। "

इतने मैं सलमान नीचे आ जाता है और  कहता है.....

"किसे बुलाया जा रहा है भाई । आयत तुम कब आयी? और तो और मुझे बताया भी नहीं। "

जिया -" जी आपको ही बुलाने की बात हो रही थी। और आयत बस अभी ही आयी है । बस आप के  बारे मे ही पूछ रही थी।

सलमान- " अच्छा। "

आयत - " जी मिस्टर सलमान तुम्हें क्या लगा हम और किसके बारे में बात कर सकते हैं। "

सलमान(हंस्ते हुए) - " ओके ! ओके! मै हार गया तुम दोनों से और बताओ  आयत तुम्हारी मीटिंग कैसी रही। "

आयत(मायूस हो कर) - " मना कर दिया उन लोगों ने मेरी बुक को पब्लिश करने से ।"

सलमान(हैरत से) - "लेकिन क्या? कितना अच्छा तो लिखा था  तुमने। "

आयत- " उन्हें लगता है कि मैं immature  हुं अभी लिखने के लिए और मेरी लिखी हुई कहानियां में गहराईयां नहीं है साथ ही साथ क्योंकि मैं कभी कहीं बाहर  नहीं गई हूं इसलिए मुझे अनुभव नहीं है कि किताबों को लिखा जाता है । "

सलमान- " ऐसा कहां उन लोगों ने ।"

आयत- " हाँ। "

जिया - " तुम परेशान नहीं हो आयत देखना एक दिन वो लोग तुम्हारे पास खुद ही आएंगे अभी उन्हें समझ नहीं आ रहा है ।  जब तुम्हारी बुक पब्लिश होगी ना तब  उन लोगों को समझ में आएगा कि उन्होंने गलती की है । तुम्हारी बुक पब्लिश ना करके । "

सलमान-  "हाँ ! हाँ!  आयत जिया बिल्कुल सही कह रही है।तुम  बिल्कुल परेशान मत हो ।"

आयत - " मैं परेशान नहीं हूं यार । शायद तुम लोग  सही कह रहे हो । खैर चलो अब मैं चलती हूं ।"

सलमान- " अरे ऐसे कैसे अब आई हो तो खाना खा कर जाना।"

जिया- " हां यार वैसे भी तुम  कहां आती हो ।"

आयत- " नहीं यार फिर कभी । सलमान ये रही तुम्हारी गाड़ी  की चाबी और लैपटॉप मैंने टेबल पर रख दिया ।"

जिया - " अच्छा ये कॉफी बन गई है इसे तो पी लो ।"

आयत- " अच्छा ठीक है ले आओ हम तीनों साथ बैठ कर काॅफी पिएंगे।"

फिर तीनो साथ बैड कर कॉफी पीते है । तभी आयत सलमान से पूछती है.......

" ये बताओ सलमान तुम्हारी जॉब कैसी जा रही है ।"

सलमान- " सही  ही जा रही है । कुछ दिनों में ऑडिटिंग के लिए ऑडिटर्स आने वाले हैं ऑफिस में इसलिए थोड़ा परेशाान हूं।"

आयत- " तुम परेशान क्यों हो रहे हो तुम तो अपना काम बहुत ईमानदारी के साथ  करते हो तुम्हें परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है । "

सलमान- " हां ये बात तो तुम सही कह रही हो पर फिर भी थोड़ा नर्वस हूं । "

आयत- " Don't worry सलमान सब सही होगा । अब मैं चलती हूं अब तो मैंने खुश भी पीली  है । B'byee.... "

थोड़ी देर बाद आयत अपने  घर पहुंच जाती है । आयत के घर पहोंचते ही जोर की बारिश होने लगती है।  और आयत अपने कमरे की खिड़की के पास जाकर खड़ी हो जाती है  और बारिश की बून्दो को देखकर सोचने लगती है। पता नहीं कब ये मुश्किले खत्म होगी।

उधर जैन अपने मौम और  डैड को अपनी और नेहा की शादी के लिए मनाने की कोशिश कर रहा होता है तो उसके डैड उससे कहते है।

कहानी आगे जारी रहेगी।

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1 Comments

Babita patel

02-Jul-2024 09:10 AM

Amazing

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