Kumar Anand

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महादेव

#महादेव

सारा जग है ढूंढता वेद और पुराण में। 
मेरे शिव बसे है घट घट मोक्ष श्मशान में। 

भस्म ओढ़कर रहे जो एकांत के ध्यान में, 
जो मग्न रहे सदा विष के भी रसपान में, 
हर सृजन प्रलय से परे जिसके हर निशान में, 
मेरे शिव बसे है घट घट मोक्ष श्मशान में। 

देवताओं के प्रिय राक्षसों के भी प्रिय। 
शिव ऐसा रूप है हर ह्रदय के है प्रिय। 
नृत्य हो या तांडवों में, स्वरों के हर नाद में, 
मेरे शिव बसे है घट घट मोक्ष श्मशान में। 

कुमार आनन्द

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2 Comments

Ramsewak gupta

27-Oct-2021 03:15 PM

Very good

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Kathy

27-Oct-2021 02:46 PM

👍

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