दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय फुलवारी
फुलवारी में फूल खिले हैं,
फुलवारी
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रंग-बिरंगे और सुंदर दिखे हैं।
गुलाब, गेंदा, और चमेली,
हर एक फूल में खुशबू है जो महकती है।
फुलवारी में तितलियाँ उड़ती हैं,
पंखों पर रंगों का खेल दिखता है।
भौरे और मधुमक्खियाँ भी आती हैं,
फूलों का रस पीने और खुशियाँ बाटने के लिए।
फुलवारी में हरियाली है और सुंदरता है,
फूलों की महक और तितलियों की चंचलता है।
यहाँ आकर मन प्रसन्न होता है,
और जीवन की सुंदरता को महसूस किया जा सकता है।
फुलवारी में फूल हमें सिखाते हैं,
कि जीवन में सुंदरता और खुशियाँ हैं।
तितलियाँ हमें सिखाती हैं,
कि जीवन में रंग और चंचलता होनी चाहिए।
फुलवारी में हमें आत्मशांति मिलती है,
और जीवन की सुंदरता को महसूस करने का मौका मिलता है।
सुनीता गुप्ता सरिता कानपुर