Nazneen Khan

Add To collaction

प्लेन पर जैन और आयत की मुलाकात

आयत प्लेन में अंदर जाती है और  अपनी सीट पर बैठ जाती हैं । तभी जैन आयत की बगल वाली सीट पर आकर बैठता जाता है । आयत जैन  को देखकर पहचान जाती हैं। और सोचने लगती है

अरे ये तो वही है जिसकी मैने गाड़ी ठोकी थी। ओह गॉड ये मेरी बाजु वाली सीट पर कैसे आ गया। अगर इसने मुझे पहचान  लिया तो। कही ये मुझसे पैसे माँगने ना लगे। अभी तो मेरे पास पैसे भी नहीं है। ओह गॉड अब मैं क्या  करू। कैसे बचू इस इन्सान से। तभी जैन कहता है

" देखिए प्लीज आप ठीक से बैठ जाइये । प्लेन टेक औफ करने  वाला है। " आयत अपना चेहरा छुपाते हुए कहती हैं

" जी अच्छा। ठीक है। "

जैन जब आयत की आवाज सुनता है तो उसे आवाज कुछ सुनी - सुनी  सी लगती हैं। तो वो आयत का फेस देखने  की कोशिश करने लगता है।  जैन को इस तरह करते देख आयत जैन से कहती हैं

" एक्सक्यूज मी क्या मसला है  आपको क्यो आप बार - बार आप इधर उधर कर रहे हैं। "

जैन- " वो मुझे लगा  कि मै आपको  जानता हूँ। "

इतने मे अनजाने में  आयत जैन की तरह पलट जाती हैं।  और कहती हैं

" नहीं तो। "

जैसे ही जैन आयत को  देखता है  तो कहता है

" ओह तो आप  हो ।"

तो आयत जैन को देखकर जानबूझकर  सरप्राइजिंगली  हो कर कहती हैं

" अरे आप। मैने तो आपको पहचाना ही नहीं था।  वैसे कैसे हैं आप? "

जैन-  " हाँ मै ठीक हूँ। '

आयत-  " जानते है मैने आपको  कितनी कॉल की। पर आपने कॉल उठाई ही नहीं। मैंने काफी कोशिश कि आपके पैसे दे दू । पर आपने मेरा कॉल ही नहीं उठाया । तो मैं क्या करती ।"

जैन-  " अच्छा! "

आयत-  " और नहीं तो क्या। "

जैन-  " पर जानती है आप हमारे साथ कुछ उल्टा हुआ था । हमने आपको फोन किया और आपने उठाया हूं पहचानने से इंकार कर दिया ।"

आयत-  " अरे नहीं ऐसी बात नहीं है मेरे पास अगर फोन आया होता  तो मैं जरूर उठाती और पहचानती भी पर मेरे पास तो कोई फोन नहीं आया । "

जैन - " अच्छा पर हमने तो फोन किया था और तुम्हारी तरफ से फोन उठाया भी गया था और कहां गया था । कि तुम ने किसी गाड़ी को नहीं ठोका है और ना ही उसकी पेमेंट करने वाली हो । "

आयत - " अच्छा पर मेरे पास तो कोई कॉल नहीं आई आपके साइड से और अब मैं तो खुद कितना वेट कर रही थी कि  कब आपकी कॉल आय और मैं आपकी पेमेंट कर सकूं। "

जैन-  " अच्छा ऐसी बात है। "

आयत-  " और नहीं तो क्या 10 या 20 हजार  कोई बड़ी बात नहीं है मेरे लिए । "

जैन-  " पर मैंने तो बताया ही नहीं कितना खर्च हुआ था गाड़ी पर तो आप इतनी कॉन्फिडेंटली कैसे बोल रही हो । "

आयत-  " मेरी नॉलेज है इन सब चीजों के मामले में इसलिए कह दिया । "

इतना कहकर आयत सोचने लगती है क्या कर रही है । यार क्या कर रही है आयत कहीं उससे शक ना हो जाए आब ध्यान से बोलना ।

आयत-  "  मेरा नाम आयत है। वैसे  आप कहां जा रहे हैं ।"

जैन-  "  एक्सक्यूज मी हम एयरप्लेन पर बैठे हैं किसी बस या ट्रेन में नहीं ।ये  प्लेन जहां जा रहे हैं । मैं भी वहीं जा रहा हूं । "

आयत-  " ओह हाँ सरी । आप  भी भोपाल ही जा रहे हैं। "

इतने एयरहौस्टेस आ जाती है और कहती है

   2
0 Comments