सलमान अपनी ही बात में फसा
जैन- " तुम यहां स्टे कर रही हो। "
आयत- " हाँ। "
जैन- " गुड.... "
इतना कहकर जैन रिसेप्शनिस्ट से कहता है ......
" मेरे यहां बुकिंग है जैन हैदर के नाम से प्लीज आप चेक करेंगे । "
रिसेप्शनिस्ट - " यस मिस्टर जैन हैदर यहा आपकी बुकिंग है। आप 2 मिनट वेट कीजिए । मैं आपके रूम की चाबी लेकर आती हूं । "
रिसेप्शनिस्ट दो चाबियां लेकर आती है , और कहती हैं ।
" सर ये रही आपके रूम की चाबी और मैम ये रही आपके रूम की चाबी । हैव आ गुड डे सर एंड मैम। "
तब आयत और जैन दोनो एक साथ ही थैंक यू बोलते हैं । और वहा से चले जाते है।
आयत अपने रूम में खुशी-खुशी जाती है । और अपना समान रूम में रखती हैं । फिर बेड पर लेट जाती हैं। और खुद से ही कहने लगती हैं ।
"वाह आयत क्या बात है तूम तो अकेले भोपाल भी आ गई। वैसे तुम मे हिम्मत बहुत हैं। तुम वैसे ही डरती रहती हो। "
थोड़ी आयत नहा कर निकलती हैं और अपने कुछ खाने के लिए औढर करती हैं। और फिर मजे से बैठ कर खाती है। और कहती हैं।
" यार कितना मजेदार खाना है। इतना मजेदार खाना मैने आज तक नहीं खाया। वाह आयत क्या किस्मत है तुम्हारी । इतनी खूबसूरत जगह और इतना बठीया खाना कमाल। "
उधर जैन भी अपना सामान अल्मारी में सैटल्ड करके ।बैठकर कॉफी पी रहा होता है। और उसके घर मे क्या हो रहा होगा ये सोच रहा था।
इधर जैन के घर मे जैन की मां मिस्टर हैदर को फोन करके कहती हैं कि .......
" सुनिये जी जैन घर छोड़ कर कही चला गया है। "
मिस्टर हैदर - " अरे राबिया आप खामा खा खुद भी परेशान होती है और मुझे भी करती हैं । वो अपने दोस्तों के साथ कही गया होगा आ जाएगा थोड़े वक्त में। "
मिसेज हैदर- " नहीं वो दोस्तों के साथ नहीं गया है। वो घर छोड़ कर कही बाहर चला गया है। इस शहर से बाहर गया है। "
मिस्टर हैदर - " क्या मतलब है कि वो शहर छोड़ कर चला गया है। और वो ऐसे कैसे बिना बताए शहर के बाहर चला गया। "
क्या लगता है आप लोगो को की क्या मिसेज राबिया को सच मे नहीं पता जैन कहा गया है या फिर ये सब महज एक ड्रामा है।
यहां तक पढ़ने के लिए शुक्रिया
कहानी आगे जारी रहेगी ।