लेखनी कविता -15-Aug-2024
#विधा:- देशभक्तिगीत
#दिनांक:-15/8/2024
#शीर्षक:-आओ गुणगान देश का गाए।
आओ गुणगान देश का गाए,
गगनचुम्बी तिरंगा फहराए ।टेक।
सदा सत्य को बतलाने वाला,
शौर्य पराक्रम निभाने वाला,
जज्बात वीरों में भरने वाला,
भारतीयता हमें दिलाने वाला।
साक्षी वीरगाथा सुनाने वाला,
स्वतंत्रता पर विजय गीत सुनाए।
आओ गुणगान देश का गाए।
गगनचुम्बी तिरंगा फहराए ।1।
कोई जनरल शहीद कोई भगत,
कोई बना सुभाष कोई वल्लभ।
कोई बने गांधी, कोई लक्ष्मीबाई,
प्रत्यक्ष कारगिल दिखाते लडाई।
वेदांत नियम का पढ़ाते पढ़ाई,
विनयशील उदार जीवन बनाए।
आओ गुणगान देश का गाए।
गगनचुम्बी तिरंगा फहराए ।।2।
लाल किले पर फहर रहा तिरंगा,
शिक्षा विजय की दे रहा तिरंगा।
धर्मचक्र प्रतीक अशोकचक्र तिरंगा,
सभी को एक धागे में पिरोये तिरंगा।
हम सबकी आन-बान-शान तिरंगा,
शक्ति शान्ति सत्य धरा पवित्रता बनाए,
तीन रंग तिरंगा हमें आदर्शवाद बताए ।
आओ गुणगान देश का गाए।
आओ गगनचुम्बी तिरंगा फहराए ।।3।
(स्वरचित)
प्रतिभा पाण्डेय "प्रति"
चेन्नई
Babita patel
17-Jan-2025 07:26 PM
👌👌
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kashish
29-Sep-2024 01:28 PM
Amazing
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Arti khamborkar
21-Sep-2024 09:10 AM
v nice
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