Nazneen Khan

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जैन को हुआ अपनी गलती का एहसास

आयत-  " काम नहीं  एक  हैल्प चाहिए थी । वो क्या मै तुम्हारा फोन  ले  सकती हूं। मुझे एक कौल करनी थी।  "

जैन-   " जी नहीं। मै तुम्हे अपना फोन देकर खुद को कोई मुश्किल में नहीं डालना चाहता हूँ। "

आयत-  " पर मैं तुम्हें कोई परेशानी मे क्यू डालूगी। "

जैन-  " मैने कह दिया है ना  कि मै नहीं दुंगा अपना फोन सॉरी। "

आयत - " ओके। "

इतना कहकर आयत वहां से चली जाती है और वो जाते वक्त मन ही मन मे सोचती है कितना खड़ूस है ये वाकई बहुत मतलबी और  खड़ूस है ।

थोड़ी देर बाद जब जैन को एहसास हुआ कि  शायद उसने गलत किया है तो जैन आयत के पास वापस आता है ।और  कहता है ......

" लो अच्छा  कर लो। "

आयत-  " मै यही सोच रही थी  कि तुम इतने खडूस तो नहीं हो।  बल्कि तुम तो बहुत अच्छे  हो।  थैंक्स जैन तुम्हे नहीं पता की तुमने कितनी बड़ी परेशानी दूर की है। "

जैन - " ओक! ये लो  अब जाओ बात  कर लो। "

आयत जैन  के हाथ से  फोन लेती है और सलमान को वॉइस मैसेज करने  लगती हैं ........

" हाय सलमान मै आयत बात कर रही  हूँ।

वो मेरा फोन काम नहीं कर रहा था।  तो इस नंबर से मैसेज कर रही हूँ ।

वैसे ये नंबर मेरे दोस्त का है। समझो मेरा ही है।

और हाँ मैसेज मिलते ही इसी नंबर पर रिप्लाई कर देना।

और  मै  भोपाल ख़ैरियत से पहुच गयी थी।

और  यहा का मौसम बहुत अच्छा है।

यहा खाना इतना  लजीज है ना  कि मैं ने आज तक नहीं खाया।

अच्छा सलमान जिया को मेरा बहुत  प्यार देना। और मुझे ना तुमसे बहुत जरूरी  बात करनी है  मैसेजेस   मिलते हैं  इस नंबर पर कॉल  ........"

इतना मे जैन आयत से कहता हैं ........

" ओह हैलो ! अब बस भी करो आयत एक मैसेज का कहकर तब से मैसेज पर मैसेज करी ही जा रही हो। सौ मैसेज तो कर ही चुकी हो अब तक तुम। और कितना करोगी लाओ मेरा फोन वापस करो। "

आयत - " यार मैने कहा इतने मैसेज करा जैन। "

जैन(गुस्से से)  - " लाओ मेरा फोन दो। "

इतना कहकर जैन आयत से अपना फोन ले लेता है । और  वहा से चला जाता है।

आयत सोचती हैं । चलो अब मैने सलमान को मैसेज कर दिया है। अब बस जल्दी से सलमान का कॉल आ जाए। यह सोचते हुए आयत अपने रूम में चली जाती है।

अगले दिन सुबह जब आयत उठती है तो वो सबसे पहले जैन के पास जाती हैं। जैन का रूम आयत के रूम से  ठीक नीचे वाले फ्लोर पर था।  सीढ़ियां के नीचे उतरते ही जैन का रूम था। आयत जैन के रूम का दरवाजे की नौक करती हैं और दरवाजा खुलने का इन्तजार करती हैं। तभी जैन दरवाजा खोलता है , और आयत को देखकर कहता है .......

" तुम अब क्या काम है तुमको। "

आयत-  " वो मुझे पुछना था .... कि  क्या कोई मैसेज या कॉल तो नहीं आई। "

जैन-  " नहीं आई । और  अगर आएगी तो मैं तुम्हें बता दूँगा। "

इतना कहकर जैन आयत के मुंह पर ही दरवाजा बन्द कर देता है।

यहा तक  पढ़ने के शुक्रिया ।

कहानी आगे जारी रहेगी ......

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