बांस -18-Sep-2024
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 18/09/2024
बांस
पेड़ हो बांस का या हो अनार का,
बरगद का या फिर हो आम का,
मिट्टी सबको बराबर देती है,
हर पेड़ को सिंचित करती है।
फल फूल लगते जब पेड़ों पर
खुशी मिट्टी को मिलती है।
बांस से बनती टोकरियां
जिसमें सामान रखते हैं।
बांस से बनती बांसुरिया
जिनसे सुर निकलते हैं।
उपयोगी हर वृक्ष यहां,
कुछ फल देते, कुछ फूल।
कुछ से बनता सामान यहां,
कुछ देते छाया भरपूर।
पक्षियों का आवास वृक्षों पर,
यहां के ये मालिक हैं ।
दिन भर उड़ते यहां वहां,
रात इन्होंने यहीं बितानी है।
शाहाना परवीन 'शान'...✍️
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश
Arti khamborkar
21-Sep-2024 08:47 AM
v nice
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Alka jain
19-Sep-2024 11:09 PM
Nice
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