लक्ष्मण कितने शक्तिशाली थे? - 2
मैं सीता के साथ एक झोपड़ी में रहता था, बगल की झोपड़ी में लक्ष्मण थे, फिर कैसे उन्होंने सीता का चेहरा तक नहीं देखा था और 12 साल तक नहीं सोए थे, यह कैसे संभव है"। लक्ष्मण को बुलाया गया और इस बारे में पूछा गया।
फिर, उन्होंने उत्तर दिया "जब हम पहाड़ पर गए, तो सुग्रीव ने हमें उसके गहने दिखाकर उसकी पहचान करने के लिए कहा। मैंने नूपुर(भाभी माँ) के पैरों के सिवा किसी भी गहने को नहीं पहचाना, क्योंकि मैंने कभी उनकी तरफ देखा ही नहीं था। जब आप और माता सीता एक झोंपड़ी में सोते थे तो मैं पूरी रात बाहर पहरा देता था। जब नींद ने मेरी आँखों पर कब्जा करने की कोशिश की, तो मैंने अपनी आँखों को अपने तीरों से बंद कर लिया था"।
तब लक्ष्मण ने 12 वर्ष तक भूखे रहने के बारे में बताया, "मैं जो फल और फूल लाता था, उसके 3 भाग आप करते थे। एक भाग देकर आप मुझसे कहते थे - इस फल को लक्ष्मण रखो। आपने मुझे कभी फल खाने के लिए नहीं कहा। - फिर आपकी आज्ञा के बिना मैं इसे कैसे खा सकता हूँ? लक्ष्मण की ये बातें सुनकर भगवान श्रीराम ने उन्हें गले लगा लिया।" यही कारण था कि इन कठोर व्रतों के कारण वह मेघनाथ को मारने का साहसिक कार्य कर सका और उसे वीर योद्धा कहा गया।
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