वेदना
वेदना
होती है जब हृदय में वेदना अपार
याद आते हैं बस मेरे प्रभु आप
करूं कैसे जीवन में उपकार
मन-शरीर है आपका उपहार
करें समर्पण अपना जीवन सारा
होती है जिसमें करुणा अपार
करता है अंत मृत्यु जीवन का
जोड़ता है संबंध प्रभु से आपका
होते हैं अनंत अश्रु करुणा में
बहते हैं नदियों का रूप लेकर धरा में
हे प्रभु करता हूं समर्पित
खुशियां अपनी सारी
करता हूं महसूस पीड़ा मैं
आपके जीवन की सारी
🖊️ विनय कुमार पटेल
madhura
24-Jan-2025 05:26 AM
👌👌👌
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Anjali korde
23-Jan-2025 05:53 AM
👌👌
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kashish
22-Jan-2025 01:03 PM
fantastic
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