Ham tumhen chahte Hain aise
सही बात है, आप युग को ले आते।
"मैं उससे मिल लेती," जानवी ने लापरवाही से कहा।
"तो मैं उसका नाम पता है?" तनु ने जानवी से सवाल किया।
"दादाजी ने बताया था मुझे उसके बारे में।"
"मैं तो फिर कल मिल लेना," जया ने कहा।
"कल? कल आप लोग उसे लेकर आ रहे हैं?" जानवी कहने लगी।
"अब परसों संडे को शादी हो रही है। तो कल तुम अपने लिए लहंगा पसंद करने आ रही हो, मैं उसे भी साथ ले आऊंगी," जया ने कहा।
"परसों शादी?" जानवी ने हैरानी से पूछा।
"मतलब दो ही दिन रहते हैं," तनु भी कहने लगी।
"हाँ, संडे को जय फरी होगा। उसी दिन ही शादी होगी। पांडे जी ने शुभ मुहूर्त निकाला है। अब शादी में देर नहीं होनी चाहिए, इसलिए," राजन ने जवाब दिया।
थोड़ी देर बैठने के बाद राजन और जया चले गए। सोमनाथ भी वहाँ से उठकर अंदर चला गया और तनु उसके पीछे चली गई।
"यह क्या हो रहा है? शादी फिक्स हो चुकी है। एक मैं ही हूँ जिस घर में क्या हो रहा है, उसके बारे में पता नहीं होता। आप एक बार मुझसे बात तो कर सकते थे! मेरी तो कोई वैल्यू ही नहीं है आपकी नजर में। जानवी की जगह सोनिया होनी चाहिए थी। बस मुझे नहीं पता, मुझे मेरी सोनिया की शादी करनी है।"
"क्यों पागल बन रही हो? जयराज सिंघानिया कोई लड़का नहीं है। वह 32 साल का आदमी है, एक बेटे का बाप। वह कैसा आदमी है, तुम सोच भी नहीं सकती। मैं तुम्हें बता चुका हूँ उसके बारे में। हमारी बेटी के लिए वह किसी भी तरह से सही नहीं था। अब दादाजी को वह जानवी के पसंद हैं और उन्हें राजन और जयंत दोनों दोस्त थे। वह जानवी की शादी अपने बेटे से इसलिए कर रहे हैं! वह जानते हैं जानवी के आगे-पीछे कोई नहीं। तो उसे वहाँ रहना ही पड़ेगा। उसके माँ-बाप बहुत चालाक हैं, उन्होंने जानबूझकर जानवी को चुना है। और कोई रास्ता नहीं होगा जानवी के पास। वरना जय के लिए तो कोई लड़कियों की थोड़ी कमी थी?" सोमनाथ तनु को समझा रहा था।
अब दादी और जानवी अकेले थे। दादाजी ने उसका हाथ पकड़ा।
"तुम अपने दादाजी पर यकीन करो, बेटा। मैं कोई ऐसा फैसला नहीं करूँगा जो मेरी बेटी के दुख का कारण बने। तुम मुझे अपने दोनों बेटों से ज्यादा अजीज हो। मैं तुम्हें दुख नहीं दे सकता। मानता हूँ अभी तुम्हारी शादी की उम्र नहीं है। तुम्हें अभी पढ़ना है। मगर मेरे पास टाइम नहीं है अभी। तुम अपने घर चली जाओ, मेरे लिए इस दुनिया से जाना आसान हो जाएगा। अगर मुझे कुछ हो गया तो मुझे किसी पर यकीन नहीं।"
"पता है मुझे। आप मेरे लिए कोई फैसला गलत कर ही नहीं सकते। आप ऐसा क्यों कह रहे हैं?" उसने कहा, "और ऐसी बातें मत कीजिए, वरना मैं गुस्सा हो जाऊँगी।"
"नहीं, बेटा, तुमने मुझे वापस कोई सवाल नहीं किया। मैंने ऐसा क्यों किया? तुमसे उम्र में बड़े, एक बच्चे के बाप के साथ तुम्हारी शादी कर रहा हूँ। मगर मैं तुझे सेफ हाथों में सौंप रहा हूँ। जय बहुत अच्छा इंसान है। फूलों की तरह रखेगा वह तुम्हें।"
"मुझे आप पर पूरा यकीन है। मुझे जरूरत ही नहीं है। आज मुझे मेरी सहेलियों से मिलना है। एग्जाम के बाद कॉलेज स्टार्ट होने वाले हैं। उन लोगों ने मुझे कैफे में बुलाया है। मैं चली जाऊँ," जानवी ने कहा।
"जाओ, चली जाओ। हाँ, मगर पहले कपड़े बदल लो," उन्होंने जानवी की तरफ देखा। वह जानवी की तरफ देखकर मुस्कुरा रहे थे।
"बिल्कुल, अब ऐसे थोड़ी जाऊँगी मैं!" वह वहाँ से उठकर अंदर गई। थोड़ी ही देर बाद कपड़े बदलकर बाहर आई।
अब उसने क्रीम रंग का कुर्ता और प्लाज़ो पहना था। बालों को उसने खुला छोड़ा हुआ था। होंठों पर लिपस्टिक और आँखों में काजल, बिना दुपट्टे के, हाथ में फ़ोन पड़े, वह बाहर की तरफ जाने लगी। उसके मन के अंदर क्या था, उसे देखकर कोई जान नहीं सकता था।
"तुम कहाँ जा रही हो?" उसकी आंटी पूछने लगी।
"बेटा, मेरी दवाइयाँ ले कर आनी थी। मैंने ही भेजा है इसे। तुम्हें पता है मेरी दवाइयाँ पूरा शहर पार करके मिलती हैं। टाइम लग जाता है आने-जाने में," दादाजी ने कहा। उसकी आंटी अपने कमरे में चली गई।
उसके दादाजी ने उसके हाथ में पैसे पकड़ते हुए कहा, "यह दवाइयों के लिए।" उन्होंने मुस्कुराकर कहा।
वह अपने घर से थोड़ी दूर जाकर एक ऑटो लेती है। ऑटो लेकर वह कैफ़े पहुँचती है। वहाँ पर उसकी दो सहेलियाँ पहले से बैठी हुई थीं।
"तुम लेट हो," उन्होंने कहा।
"मैं आ तो पहले जाती, मगर मेरी सगाई होने लगी तो मुझे टाइम लग गया," उसने लापरवाही से कहा।
उसकी दोनों सहेलियों, प्रीति और रेणुका को लगा कि उन्होंने गलत सुना।
"क्या कह रही हो तुम? तुम्हारी सगाई?"
"यह देखो," वह अपने हाथ की रिंग और कड़े दिखाती है।
"इतना बड़ा डायमंड!" रेणुका ने कहा।
"आजकल सगाई में सभी डायमंड की रिंग पहनाते हैं। इसमें क्या है?" जानवी ने लापरवाही से कहा।
"तुम नहीं जानती। हमारा ज्वेलरी का कारोबार है। इसकी कीमत कितनी है कि तुम सोच भी नहीं सकती। अभी न्यू कलेक्शन लॉन्च हुआ है एक टॉप ज्वेलरी ब्रांड का। हमारे यहाँ भी इसकी कॉपी बन रही है! अगर कॉपी की कीमत इतनी है तो ओरिजिनल की कितनी होगी?" रेणुका कहने लगी।
"तुम्हारे कड़े भी बहुत खूबसूरत हैं। हमारे जीजू कौन हैं? किसके साथ सगाई की तुमने?" वह आपस में बातें कर रही हैं।
तभी उस कैफ़े में एक आदमी, जिसके चेहरे पर मास्क है और आँखों में गॉगल्स लगे हुए हैं, इंटर करता है।