Aadhya singh

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परिणाम

परिक्षा का परिणाम

" अब जब महादेव जैसे पति चाहिए तो मेहनत तो लगेगी ही  , मे तो बस इस कन्या को उन्हे प्रसन्न करने का मौका दे रही थी  । ।  " श्वेता उसकी ओर देख  । ।

" अच्छा रूको तुम्हें हम बताते है  "  वो लडकी उठते हुए उसकी ओर बढी  । । उसे अपनी ओर आता देख  श्वेता जल्दी से बाहर कि दोड लगा देती है  । ।

हवा के कारण उसका दुप्पटा उड रहा था  । । भागते वक्त उसकी छन छन करती पायल एक लय मे खनकते कंगन,  भागते वक्त कानो मे पहने झुके जो उसके गोल गालो को चुम लेते  । । माथे पर लगा छोटा सा लाल तिलक  । छोटी सी काली आँखे  , गुलाबी होंठ  , काली घटा कि तरह फैले बाल  जो उसकी कमर तक आते थे  । ।

" स्नेहा यार माफ कर दे मै तो बस मजाक कर रही थी  "
श्वेता भोली सी शक्ल बना घाट कि सीढी पर खडे होते हुए बोला  । ।

स्नेहा भागने के कारण अपनी फूली हुई साँसो को समेटते हुए  " तुम्हें पता है हमे उपहास पसंद नही और खासकर मेरे महादेव के नाम पर तो कदा भी नही  "

" हे भगवान  !  एक तो इसकी शुद्ध हिंदी  , कोई मान सकता है कि तुम इंगलिश की टाॅपर हो  .. " श्वेता अपने माथे पर हाथ मारते हुए स्नेहा से बोली  । ।

" हम त्रषिकेश मे रहते है विदेश नही  , और हिंदी हमारी मात्रभाषा है और हमे इसी का प्रयोग करना चाहिए  , अंग्रेजी भाषा बस औपचारिकता है जरुरत नही  । ।  " स्नेहा घाट कि ओर बढते हुए  । ।

" ओ  मेरी हिंदी भाषा कि  सोटर देवी अगर सोच तुझे ऐसा पति मिल जाए जिसे हिंदी भाषा न आती हो वो फुल अंग्रेज हो तो  " श्वेता अपनी सोच मे ये सीन को सोचते हुए आगे  सीढियो सै नीचे कि ओर बढती स्नेहा से  । ।

" ऐसा कदापि नही होगा  , जो व्यक्ति अपने संस्कारो अपनी संस्कृति को थाम नही सकता बल्कि वो दूसरी
भाषा का प्रयोग करे  और उनकी सभ्यता को अपनाए ऐसे व्यक्ति को मै कदापि नही चुनूँगी  । ।  " स्नेहा एक पत्ते के ढोंगे मे फूल और दिए रखते हुए  । ।

" उफ्!   लेकिन  स्नेहा जी अगर आपके महादेव ने सच मे ऐसे ही व्यक्ति को आपकी किस्मत मे लिख दिया हो तो  , फिर क्या होगा  एक विदेशी बाॅय और एक हिंदी भाषा की स्पोटर यार क्या लव स्टोरी होगी  " श्वेता अपनी सोच मे ख्याल बुनते हुए  । ।

" बस कर  इतना मत दौडा अपना दिमाग  , मेरे महादेव मुझे जानते है वो जानते है मेरे लिए क्या सही है  "  स्नेहा उसके कंधे पर हाथ  मार  । ।

" लेकिन सोच  ... " श्वेता आगे कुछ कहती कि तभी स्नेहा घाट कि ओर इशारा कर  " गंगा आरती शुरू हो गई है  हमे चलना चाहिए  । ।  "  स्नेहा घाट पर दिए जलाते पुजारियो और उमडती भीड को देख  । ।
फिर वो दोनो भी नीचे घाट कि ओर बढ जाती है  । । स्नेहा पुरे मन से आरती मे विलीन थी वही श्वेता अपनी सोच मे खोई अलग ही कहानी बुन रही थी  । ।

" हर हर महादेव  ... "  आरती खत्म हो वो दोनो अपनी दियो के ढोंगे को गंगा मे बहा थोडे जल को अपने ऊपर छिडकते हुए हाथ जोडकर प्रार्थना करते है  । ।

"  हे गंगा माइया बस अपनी पावन शीतलता कि तरह
मेरे मन को भी अपनी शितलता से परिपूर्ण रखना  । । "

प्रार्थना कर वो दोनो ऊपर कि ओर बढ जाते हैं  । । वो दोनो रोड कि ओर थे कि तभी श्वेता का फोन बजता है  । । वो फोन को कान पर लगा हैलो कहती है कि तभी उसकी जान अटक जाती है दूसरी ओर से कही बात को सुन  । ।

वही उसकी उडी हुई रंगत को देख स्नेहा को भी चिंता हो जाती है  । ।  " क्या हुआ  ? " स्नेहा परेशानी से उसकी ओर देख  । । '  ठीक है ' कह श्वेता जल्दी से फोन रखते हुए  । स्नेहा कि ओर देखते है जो फिक्र से उसे ही देख रही थी  । ।कुछ पल शांति के बाद श्वेता चुप्पी तोडते हुए  ' रिजल्ट आ गया  '  उसका ये कहते वक्त गला भारी हो रहा था  । ।

"  कब  ? "

" अभी  निया का फोन आया था कि  icai ने अभी कुल पल पहले ही रिजल्ट अनाउंस किया है  "  श्वेता रोंदी शक्ल के साथ  । ।

" तो प्रतिक्षा क्यो कर रही है  जल्दी ही परिणाम निकाल और चिंता मत कर सब सही होगा  । । " स्नेहा उसके कंधे पर हाथ रख उसे आसवासन देते हुए  । ।

"  हे महादेव  बचा लेना  ,, पक्का  सौ रूपये का प्रसाद चढाऊँगी   "  श्वेता प्रार्थना करते हुए ऊँ नमः शिवाय का जाप करते हुए साइट आॅपन करती है  । ।

डोउनलोडिंग  ... कुछ पल बाद लिस्ट सामने थी  । । श्वेता नीचे से शुरू करती है  तो पचाँस रैंक तक उसका नाम नही था वो उदास शक्ल बनाकर  फोन की सक्रीन आॅफ कर  " मुझे पता था मेरा नही होगा  "
उसे नाउम्मीद देख स्नेहा उसे हौसला देते हुए  " एक परिक्षा ही है इस बार ना सही तो अगली बार  । "

" रूक  ..  तेरा नाम भी तो नहीं  आया   मे देखू  " इतना कह वो पचाँस से ऊपर के रैंक देखती है  तो सामने लिखे अक्षर को देख  वो हैरान रह जाती है  । ।

" क्या  हुआ  ? " स्नेहा उसकी ओर देख  । ।

" यीपी  .... तुने  टाॅप किया है  टाॅप थ्री मे तेरा नाम  है  " श्वेता उसका हाथ पकड उसे गोल गोल घुमाते हुए  । ।

" आई एम सो हैप्पी  मेरी दोस्त  अब  मिस स्नेहा मिश्रा नही  ,, सी ए स्नेहा मिश्रा बन रही है  " श्वेता की खुशी का कोई ठिकाना नही था अगर उसका बस चलता तो वो पूरे भारत को चिख चिख कर बताती कि वो  आज कितनी खुश हो कि उसकी सहेली ने टाॅप किया है वो भी सबसे कठीन परिक्षा मे  । ।

क्रमशः

आध रा  @ @ @
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आगे आप सभी को मैन लीड हमारे  हीरो का परिचय मिलेगा  । । ये पार्ट बस यही तक था आगे इसे बाद मे कंटिन्यू करेगे  । ।

राधे श्याम  🙏 🙏

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