Vipin Bansal

Add To collaction

मुरारी

छोड़कर सारी दुनिया दारी ! 
आया हूँ दर पे तेरे मुरारी !!
कर्मो का मेरे है ये लेखा !
सुख का मुखड़ा मैंने न देखा !!
सुदामा की यारी निभाई मुरारी !
भरदे झोली जाँऊ न खाली !!
आया हूँ दर पे बनके भिखारी !
रख ले लाज जाँऊ न खाली !!

छोड़कर सारी दुनिया दारी !
आया हूँ दर पे तेरे मुरारी !!

प्रेम का रहता तू है भुखा ! 
मीरा ने प्रेम से तुझको जीता !!
तोड़कर सारे मोह के बंधन !
आया हूँ दर पे तेरे हूँ नंदन !!
लाया सजाकर प्रेम की थाली ! 
भोग लगा ले कृष्ण मुरारी !!
छोड़कर सारी दुनिया दारी !
आया हूँ दर पे तेरे मुरारी !!

प्रेम में अपने तुन्हे रंग डाला !
मनमोहक तेरा रूप निराला !!
आया हूँ बनके मैं हूँ सवाली !
सुननी पड़ेगी अर्ज हमारी !!
उम्मीदे हथकड़ी में बंधना पड़ेगा !
कैद में मेरी अब रहना पड़ेगा !!
आजीवन की सजा सुनाई !
अब न करूंगा तेरी रिहाई !!

छोड़कर सारी दुनिया दारी !
आया हूँ दर पे तेरे मुरारी !!

     विपिन बंसल

   5
4 Comments

जबरदस्त 👌👌👌👌

Reply

Niraj Pandey

29-Oct-2021 12:31 AM

बहुत ही बेहतरीन

Reply

Zakirhusain Abbas Chougule

28-Oct-2021 07:42 PM

Nice

Reply