Ramsewak gupta

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बंधन

बंधन--------
शायरी--------
दाम्पत्य जीवन में प्रेम, त्याग, समर्पण छल दंभ से दूरियां और विश्वास  का अटूट बन्धंन अनिवार्य है।।
दैनिक जीवन में परस्पर सहयोग, सम्मान, कत्तर्व्य बोध और रिश्तों में पवित्रता की मिठास सहर्ष स्वीकार है।।
**रामसेवक गुप्ता**
लेखनी काव्य प्रतियोगिता हेतु।। २८-१०-२०२१

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4 Comments

खूब लिखा आपने 👌👌

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Ramsewak gupta

30-Oct-2021 04:48 PM

Very thankful

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Niraj Pandey

29-Oct-2021 12:42 AM

बहुत खूब

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Ramsewak gupta

30-Oct-2021 04:49 PM

Very thankful

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