Madhu Arora

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सुप्रभात पहली किरण

सुप्रभात
भोर की पहली किरण,
मिली है धरा से आन।
खिल गई वह आगमन पर,
देखकरअपना प्रथम प्यार।
सरोबार सी हो गई,
चूमती जो है किरण,
धरा का श्रृंगार हो गई।
प्यार में उसके खो गई।
मदमस्त सी वह हो गई,
रवि ने दिया संदेश प्यारा,
देखो भोर हो गई।
काम पर सब चल दिए,
सुप्रभात से मुलाकात हो गई।
आओ बैठो भानु भी बोला,
एक कप चाय के साथ मधु।
सुप्रभात तो बोल दो।।
              रचनाकार ✍️
              मधु अरोरा
            4.11.2021
    

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3 Comments

वाह , बहुत अच्छे 👌👌

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Niraj Pandey

05-Nov-2021 11:36 AM

बहुत खूब

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Swati chourasia

05-Nov-2021 07:45 AM

Very nice 👌

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