लेखनी कहानी -14-Nov-2021
शिकाश
जब बच्चे होंते हैं सब बैठे
तब खड़ा होकर पढ़ाता हूं
श्यामपट्ट पर श्वेत शिला से
कभी लिखकर पाठ पढ़ाता हूं
बच्चों को जल्दी याद हो जाएं
इसलिए कविता गाकर सुनाता हूं
यूं ही नहीं मैं टीचर बन जाता हूं।
बच्चे स्कूल गर देर से आवैं
तो उनकी डांट लगाता हूं
इसलिए स्वयं समय पर पहुंचने
की पूरी कोशिश करता हूं
चाहे आए आंधी बारिश
या देर से खुले आंख
यदि न हो नाश्ता तैयार
तो भी समय पर पहुंचता हूं
यूं ही नहीं मैं शिक्षक बन जाता हूं।
जब आता है तेज़ बुखार
या आए सर्दी जुकाम
तब भी पढ़ाने आता हूं
जब होता है सर दर्द बहुत
आज नहीं पढ़ाऊंगा कहते कहते
पूरी अवधि पढ़ाता हूं
यूं हीं नहीं मैं टीचर बन जाता हूं।
आज के फैशन के दौर में
मैं साधारण कपड़े पहनता हूं
बच्चे सादगी को समझें
इसलिए सदा जीवन जीता हूं
बच्चे को समझ में आ जाए
इसलिए मजाक भी बनवाता हूं
यूं ही नहीं मैं शिक्षक बन जाता हूं।
कुछ गलत दिशा पर भटक चले
बच्चे सादगी का मजाक बनाते हैं
तो क्या हुआ जब उनके साथी
अपने शिक्षक का सम्मान करते हैं
अपने शिक्षक से पढ़ना चाहते हैं
बस यही सोचकर मैं पढ़ाता हूं
यूं ही नहीं मैं शिक्षक बन जाता हूं।
हां गलत दिशा में भटके हुए
बच्चों की डांट लगाता हूं
अगर शैतानी ज्यादा करें तो
पिटाई भी कर देता हूं
ऐसा उनके भले के लिए ही करता हूं
लेकिन बाद में बहुत पछताता हूं
गर कट जाता स्कूल से नाम
प्रधान के पास मैं ही जाता हूं
नाम न काटने की विनती करता हूं
यूं ही नहीं मैं शिक्षक बन जाता हूं।
जब होते हैं बच्चों के एग्जाम
तो उनकी चिंता मेरी भी होती है
गर आते हैं अच्छे मार्क्स
तो तारीफ़ बच्चे की करता हूं
कम नंबर आने का दोष जब
मुझ पर लगाया जाता है
तो हलाहल कि तरह
ये घुंट भी पी लेता हूं
यूं ही नहीं मैं शिक्षक बन जाता हूं।
शिक्षक दिवस पर बच्चों से
तोहफ़े की उम्मीद तो करता हूं
पर जब 5 रुपए के pen से लिखने वाला
बालक 20 रूपए का pen देता है
अपने शिक्षक के सम्मान में पत्र
रात को जागकर बनाता है
तो में उसकी भावना का सम्मान करता हूं
उसका ये सम्मान पत्र महीनों पास रखता हूं
यूं ही नहीं मैं शिक्षक बन जाता हूं।
जब वर्षों बाद वो मुझे मिलने आता है
कैसे हो तुम, मैं उससे यही पूछता हूं
सदा आगे बढ़ते रहो ये आशीष देता हूं
यूं ही नहीं मैं शिक्षक बन जाता हूं
इतना कुछ करने के बदले में
मैं सिर्फ गुरु दक्षिणा चाहता हूं
गुरु दक्षिण में कुछ धन और
थोड़ा सा सम्मान चाहता हूं
नहीं दे ??
Gunjan Kamal
14-Nov-2021 11:57 AM
Very nice 👌👌
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surendra@4004
14-Nov-2021 11:33 PM
Thanks
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