Swati Sharma

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सपने

            एक छोटी बच्ची से जब उसकी मां ने पूछा बड़े होकर क्या बनना चाहती हो, उसने मुस्कुराकर उत्तर दिया- "मदर टेरेसा"। सुनकर मां घबराई, बोली " क्या,?!? मदर टेरेसा क्यों बनना चाहती हो? बच्ची ने कहा-" क्योंकि मैं अपने देश की सेवा करना चाहती हूं,...... निस्वार्थ सेवा।" मां ने कहा-"मदर टेरेसा बनेगी तो तेरी शादी कैसे होगी!?!"

                 दोनों ही एक दूसरे की भावनाओं को समझने में अक्षम थे। एक तरफ थी वह छोटी बच्ची जिसके नेक इरादे एवम् शुद्ध आत्मा जो अपने देश के लिए कुछ करने का स्वप्न देख रही है। एवम् दूसरी ओर एक मां की ममता जो अपनी बेटी की शादी के स्वप्न देख रही है।
                वैसे यह बात सत्य है। हमारे यहां जब किसी बेटी का जन्म होता है, उसी दिन से माता - पिता उसकी शादी के सपने देखने लग जाते हैं। और आस पड़ोस वाले उसे अपनी बहू बनाने के स्वप्न देखने लग जाते हैं। फ़िर क्या फ़र्क पड़ता है कि वह बच्ची इन सब बातों का मतलब समझे या नहीं। परन्तु खोए हुए हैं सब अपने-अपने सपनों में। उस नन्ही सी बच्ची से कोई पूछ भी नहीं रहा, कि उसकी क्या इच्छा है, उसके क्या ख्वाब हैं।
                 मुझे यही एक बात हमारे समाज की समझ नहीं आती। और आजकल तो एक नया ही ट्रेंड चला है बेटी को अच्छी से अच्छी शिक्षा देते हैं। फिर जब शादी करने का समय आता है, तभी बेटी की आंखों के स्वप्न भी साकार होने का समय आ जाता है। तब सब अचानक से अपनी-अपनी शर्तें उस पर थोप देते हैं। वो बेचारी समझ ही नहीं पाती कि ये सब हो क्या रहा है?!?
                 लड़कियों को शिक्षित करना अच्छी बात है। परन्तु उन्हें सिर्फ इसीलिए शिक्षित करना कि समय आने पर इसकी शादी किसी ऊंचे से ऊंचे ओहदे पर विराजमान पुरुष से कर देंगे, क्या सही है? चलो ठीक है ना लड़की के माता-पिता और लड़के के माता-पिता नहीं समझ पाए, due to generation gap , परन्तु लड़के को तो समझना चाहिए, कि जिसे वह अपनी अर्धांगिनी बनाने जा रहा है, उसके भी कुछ सपने हैं। यदि उसको एक लड़की से शादी करनी ही है, तो उसके साथ-साथ उसके परिवरवालों और उसके सपनों से भी शादी करनी होगी। वे सब भी किसी और की नहीं अपितु उस लड़के की ही ज़िम्मेदारी है।
                 ख़ैर इस दिशा में बहुत प्रगति हुई है और हो भी रही है। परन्तु ये पाठ उनके लिए है जो अभी भी इस शिक्षा से अनछुए हैं। बस जिस दिन यह नन्ही-सी बात सभी को समझ आ जाएगी, उसी दिन सभी समस्याओं का निदान निश्चित तौर पे हो जाएगा।

~विचार अवश्य कीजिएगा समाधान आप ही के पास है......

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