माँ
माँ के मातृत्व का नहीं कोई सार
अनंत है अपार है मातृत्व का आधार
सम्मान है अस्तित्व को तुम्हारे कोटि
कोटि प्रणाम।
तुम हो जीवन दायनी तुमसे ही है
सृष्टि का आधार।
होता तुममें सभी देवियों का वास
माँ शब्द की व्याख्या जब भी होती
शब्दों की कमी ही रह जाती।
OMESHWAR PATHAK
14-Apr-2021 09:18 AM
maaa ati sunder rachna
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