अंदाज़
दिलफ़रेब अदाएं हैं तेरी
कातिलाना अंदाज़ है
पर दीवाना तू है मेरा
तेरे दिल पर मेरा ही राज है
खामोश मोहब्बत करता तू
पर शोख़ मिज़ाज़ हूँ मैं हमदम
इज़हार ए वफ़ा करती हूँ मैं
बेकाबू मेरे जज़्बात हैं
दिलफ़रेब अदाएं हैं तेरी.....
वो सबसे निगाहें बचाते हुए
हाय तेरी शरारत नज़रों की
मेरा दिल है फिदा, क़ुरबां तुझपे
ये धड़कन के अल्फ़ाज़ हैं
दिलफ़रेब अदाएं हैं तेरी.....
#लेखनी प्रतियोगिता
#लेखनी कविता