NEELAM GUPTA

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लेखनी कहानी -20-Nov-2021प्रतियोगिता विकास

ऊंचाई यानी सफलता क्या यह एक दिन में मिल जाती है या सिर्फ किताबों के ज्ञान से केवल पढ़कर मिल जाती है ।एक एक सीढ़ी चढ़कर ही ऊचाईयां छू सकते है।क्या बिना चढ़े एक साथ ऊंचाई पा सकते है?

नहीं ।

कोई भी सफलता हमें कार्य करने से प्राप्त होती है। एक ही कार्य में निपुण होना कार्य की सफलता की कुंजी है। जब एक कार्य को निरंतर लग्न से करते रहते है तो उस कार्य में दक्ष हो जाते हैं। तो उस कार्य में हमें कोई पीछे नहीं कर सकता है ।

एक गृहणी की नजर से देखे कि किस प्रकार एक सफल गृहणी बनने में भी सालों लग जाते है ।पूरे घर को संभालना कोई आसान कार्य नहीं है। आते जाते हुए समान को अपनी जगह पर पहुंचाना ।सब की जरूरत के अनुसार भोजन बनाना ।बजट को ध्यान में रखकर  सामान लाना ।

अब देखिये मिक्सी चलाना कितना आसान है फिर भी हम जानते हुए कि गर्म तरल पदार्थ ऊपर उछल कर सारा फैला देगा और नुकसान होगा अलग यह कार्य हम जल्दबाजी में कभी भी कर जाते है ।

फिर जब बच्चे यहीं काम करते है तो उन्हें सूनाते है तुम्हे जरा अक्ल नहीं है गर्म चीजें भी कोई पीसता है ।सारे काम करने से ही पता चलते हैं। कितना मसाला भूनना है तेज आंच पर या कम पर।कितनी देर में दूध गर्म होगा । भरवाँ पराठे पतले, गोल कैसे बेले जाते है । इसी तरह सारे काम से जो करने से ही पता चलता है वह किस तरह से कम समय और उचित ढंग और समय अनुसार हो पाएगा।

हर कार्य को करने से ही पता चलता है सब कितना भी जान ले ।बिना करें,लेकिन सफल अभ्यास  करने से ही होगे।  तभी अपनी गलतियों का एहसास भी होगा।और तभी सीखेंगे।सब कहेंगे ये भी कोई काम है ये तो सभी आसानी से कर लेंगे ।

एक बार गृहिणी दो दिन को बाहर क्या जाए सारा घर उथल-पुथल हो जाता है। घर के सारे सदस्य मिलकर भी घर नहीं संभाल पाते है जिसे गृहणी अपने
अनुभव से तीन से चार घंटे में कर लेती है। सबके अनुसार कार्य करते हुए। यही जीवन का विकास हैं।

अभ्यास ही सफल होने व ऊचाईयां पाने का एक सुन्दर सफल रास्ता है।

ये मैंने अपना अनुभव आप सभी के साथ बाँटा है ।आप भी अपनी राय अवश्य दें।

🌹🌹(नजरिया)🌹🌹


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9 Comments

Barsha🖤👑

10-Dec-2021 09:05 PM

Nice written

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Chirag chirag

09-Dec-2021 05:19 PM

Nice penned

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