कश्मकश
लोग अक्सर स्वयं के फायदे के बारे में सोचते हैं | सिर्फ स्वयं के स्वार्थ को सिद्ध करने में जुट जाते हैं | सिर्फ अपने सपनों के बारे में सोचना, सिर्फ अपने लक्ष्य को महत्व देना कहां का न्याय है ? हमें स्वयं को दूसरे के स्थान पर रखकर सोचना चाहिये कि हमारी तरह उसके सपने भी महत्वपूर्ण हैं |
हाल ही में मेरी एक दोस्त की शादी की बात चल रही थी। लड़के वालों को लड़की पसंद आ गई | बात आगे बढ़ी, शादी के लिए सावा निकालने के बाद लड़के की माता जी को होश आया कहती हैं, लड़की को नौकरी हमारी पसंद की करनी होगी । अतः अपनी पसंद की जॉब छोड़नी पड़ेगी | इस बात को लेकर, उन्होंने लड़की के पिता पर काफी दबाव बनाया|
मुझे समझ नहीं आता, क्या लड़कों की आँखें ही सपने देखना जानती हैं | क्या सपने देखने का हक़ सिर्फ उनको ही है?
अरे भई अगर आपको लड़की की जॉब से दिक्कत है, तो पहली बार में ही बोल दीजिये ना! मैं किसी पर आरोप नहीं लगा रही हूँ! सबकी अपनी सोच होती है, परन्तु आप अपनी पसन्द किसी पर थोप नही सकते और थोपनी भी नही चाहिए जो बात पहली बार मे साफ की जा सकती है, उसके लिए क्यूं किसी का इतना समय बरबाद करना|
ऐसी बात नही है कि सभी लोग ऐसे ही होते हैं । बात तो ये है कि आज भी दुनिया में इस प्रकार की बातें होती हैं तो आश्चर्य होता है, और कोई दूसरा नहीं बल्कि educated लोग ऐसा करते हैं | भूल जाते हैं कि यह 21st centuary है !
~आपका क्या विचार है ?!?
Deepak Dangaich
27-Oct-2021 09:29 PM
Achi story
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Swati Sharma
11-Dec-2021 02:26 PM
Shukriya
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Sonali negi
03-Jun-2021 03:50 PM
Osmm
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Swati Sharma
10-Jun-2021 07:34 AM
Thnx
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नीलम शर्मा
26-May-2021 04:25 PM
बिल्कुल सही कहा दिदू,,,हम आपके विचार से सहमत हैं, लेकिन ये सारे सपने और लड़की को क्या करना है क्या सीमाएं हैं उसकी इस सबको लोग अपनी जागीर समझते हैं,,,जब दहेज की बात आये तो लड़के दाम ऐसे लगाते हैं जैसे दहेज का सोचकर ही उसे पाला और खिलाया पिलाया है,,,तो
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Swati Sharma
26-May-2021 07:29 PM
जी आपने सही कहा। परंतु इस समाज के ऐसे ठेकेदारों को उनका उचित स्थान हम लड़कियों को ही दिखाना होगा।
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