आई नोट , भाग 15
अध्याय 3
दिमागी कैद
भाग 1
★★★
सूरज की किरणों के जमीन के छुने के साथ ही अगले दिन की शुरुआत हुई। मानवी का पति सुबह-सुबह किसी पार्किंग एरिया में एक पेड़ के पास खड़ा हुआ दिखाई दे रहा था। उसका कंधा पेड़ पर टिका हुआ था। नजरें सामने की ओर देख रही थी। एक हाथ पेड़ से सटा हुआ था, जबकि दूसरा हाथ जेब में था। कपड़ों में पजामा और ब्लैक रंग की टी-शर्ट थीं, जो कल रात वाले कपड़ों से थोड़ी सी अलग थी।
शख्स ने सामने की तरफ देखते हुए अपने मन में कहा “आप लोग सोच रहे होंगे मैं सुबह-सुबह एक पार्क में एक पेड़ के नीचे खड़ा क्या कर रहा हूं? हना? जानता ही था। आखिर आप लोग सोचने के अलावा और कर भी क्या सकते हैं। जहां देखो वहां सोच सोच कर दूसरों की सोच खराब करते रहते हो। ऐसे नहीं कि जो लिख रहा हूं चुपचाप पढ लें। क्या अब बंदा सुबह सुबह आकर पार्क में किसी पेड़ के नीचे खड़े होकर फ्रेस ऑक्सीजन भी नहीं ले सकता। हां वो बात अलग है की इसी बहाने सुबह-सुबह आपको अपनी बीवी जोगिंग करते हुए भी दिख जाती है।” तभी शख्स ने सामने मौजूद लोगों के ठीक पीछे की तरफ देखा। वहां उसकी बीवी मानवी जोगिंग सूट में ट्रैक पर रनिंग कर रही थी। “हां हां मुझे याद है, मुझे याद है मैंने अपनी बीवी को घूमने फिरने और सब्जी इत्यादि खरीदने के लिए आजादी दे रखी है, मगर मेरी आजादी का मतलब यह नहीं था कि मैं बाहर निकलने के बाद उस पर नजर नहीं रखता। आप लोग नहीं जानते, आप लोग नहीं जानते यह दुनिया कितने खतरनाक लोगों से भरी है, कहीं भी कभी भी कुछ भी हो सकता है, फिर क्या पता कब कोई सनक भरा किरदार कहानी में एक विलेन के रूप में आ जाए। ऐसे में एक मैं ही तो हूं जिसे सब चीजों का सामना करना है।”
तभी सामने मानवी ने रास्ता बदला और घर की तरफ जाने लगी। शख्स ने यह देखा तो वह भी पीछे की तरफ मुड़ा और वहां मौजूद अपनी सेकंड हैंड कार की तरफ चल पड़ा। वह कार में बैठा, कार स्टार्ट की, और उसे सड़क पर दोडा़ दिया।
“पता है मानवी की सबसे बड़ी कमजोरी क्या है, उसे ना इंसानों की समझ नहीं है। वह नहीं जानती दुनिया में कौन सा इंसान उसके लिए अच्छा है और कौन सा इंसान बुरा। अगर उसे इस बात की समझ होती तो मुझे कभी भी एक बॉडीगार्ड की तरह उसके पीछे ना फिरना पड़ता। आपको यहां एक समझ और नासमझ वाली कहानी बताऊं? मानवी की कहानी है... इसी से पता चलेगा वह कितनी नासमझ लड़की है। बताऊं या ना बताऊं? बता ही देता हूं, आपको तो सिर्फ पढ़ने से मतलब है, कुछ भी लिख दो बस पागलों की तरह पढ़ते रहते हो। जस्ट किडिंग! बहुत अच्छे हो आप लोग! वरना ऐसी बोरिंग कहानियां कौन पढ़ता। हां तो सुनो”
सामने मोड़ आया और शख्स ने गाड़ी की रफ्तार को धीमा करते हुए उसे मोड़ पर मोड़ लिया। मोड़ मोड़ने के बाद उसने अपने मन में कहा “जब रेस्टोरेंट में मेरी मानवी से मुलाकात हुई थी, और जब मैंने उसके बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया था, तब मुझे पता चला था इसके तीन दोस्त थे। शिवम, रोहित, और एक मोटी सी लड़की अपर्णा। यह तीनो के तीनो दोस्त साले एक नंबर के :""!!...कहानी में गाली नहीं दे सकता वरना ऐसी तैसी कर देता।” उसने अपने हाथ स्टेरिंग पर जोर से पटके “इसमें जो शिवम था वह मानवी पर पूरी तरह से लटटु था। इतना ज्यादा की शायद मेरा प्यार भी उसके प्यार के आगे कम पड़ जाता। जब मानवी के माता-पिता की डेथ हो गई थी, और मानवी ने मुझे सहारे के लिए बुलाया था, उसी दिन मेरे आने के तकरीबन 1 घंटे बाद शिवम आया था। शिवम ने हम दोनों को चिपके हुए देखा तो देखते ही दरवाजे से चला गया। इसके बाद उसी दिन शाम को शिवम मेरे रेस्टोरेंट आया। उसने मुझसे बात की, और अपने दिल की बात जो कि उसे मानवी को बतानी थी वह मुझे बता दी। बात बताने के बाद मुझे कहा कि मैं मानवी की जिंदगी से दूर हो जाऊं, क्योंकि जब तक मैं उससे दूर नहीं होता तब तक वह मानवी के पास नहीं आ पाएगा। अब मुझे मानवी से दूर होने में कोई समस्या नहीं थी... हां, ऐसे तो अच्छा हूं मैं, लोगों की बात जल्दी मान लेता हूं। मैंने शिवम से कहा कि ठीक है मैं मानवी की जिंदगी से जाने के लिए तैयार हूं मगर इसके लिए तुम्हें मुझे 2 लाख रूपए देने पड़ेंगे। शिवम अमीर खानदान से था तो उसके लिए यह रकम बड़ी रकम नहीं थी। वह इसके लिए मान गया। वह माना तो मैंने अपना कार्ड निकाल कर उसे एड्रेस दे दिया। बस, बस इसके बाद एक वो दिन था और एक आज का ये दिन है। बेचारा शिवम मुझे कभी दोबारा नहीं दिखा।”
तभी सामने उसकी बिल्डिंग आई और उसने कार को मोड़कर पार्किंग एरिया की तरफ ले लिया। कार पार्किंग एरिया की तरफ करता हुआ वह बोला “बाकी के दो दोस्तों की कहानी बाद में बताऊंगा। अभी घर आ गया हूं तो आगे की कहानी संभालता हूं।”
उसने कार खड़ी की, तेजी से नीचे उतरा और कार का दरवाजा बंद करते हुए बिल्डिंग की तरफ जाने लगा। वह दोड़ते हुए बिल्डिंग की तरफ जा रहा था। तभी उसकी नजर छत की ओर गई। 4 मजिला बिल्डिंग की छत पर कोई तकरीबन 14 या 15 साल की लड़की उसे इस तरह से दौड़ता हुआ देख रही थी। शख्स ने जैसे ही उस लड़की की तरफ देखा अपनी चाल सामान्य कर ली। साथ में ही उसके चेहरे पर अजीब से भाव बन गए जो उसे शांत और सिरियस दिखा रहे थे। बिल्डिंग की ओर जाते वक्त उसका चेहरा लड़की की तरफ रहा और लड़की का चेहरा उसकी तरफ। दोनों ही एक दूसरे की तरफ बिना चेहरा इधर-उधर किए देखते रहे। इसके बाद शख्स बिल्डिंग में चला गया और लड़की ने देखना बंद कर दिया।
शख्स अंदर बिल्डिंग में गया और तुरंत लिफ्ट की तरफ बढ़ा। वहां उसने सीधे छत का बटन दबाया। लिफ्ट ऊपर जाने लगी। जैसे-जैसे लेफ्ट ऊपर जा रही थी वैसे वैसे शख्स के चेहरे पर हवाइयां छूट रही थी।
लिफ्ट छत के ऊपर पहुंची और उसका दरवाजा खुला, जैसे ही दरवाजा खुला सामने लड़की दिखी जो शख्स को देखते ही सहम गई।
“कौन हो तुम... और यहां क्या कर रही हो...?” शख्स ने खतरनाक अंदाज में पूछा। वह धीमे धीमे कदमों से लड़की की तरफ चलने लगा था।
लड़की ने ब्लू कलर की स्किनफिट टी-शर्ट और स्किनफिट काले रंग का पजामा पहन रखा था। उसके बाल खुले हुए थे। हाथों में ब्रेसलेट थे जो प्लास्टिक के थें। चेहरे पर एक अजीब सी खामोशी थी, जो फिलहाल शख्स के आने पर डर में बदल गई। वह अपनी आंखों को पूरी तरह से खोल कर उन्हें अंदर ही अंदर इधर-उधर कर रही थी।
“मैंने पूछा कौन हो तुम...” शख्स दुबारा बोला “बताओ? और यहां क्या कर रही थी?”
“क्या... क्या...” लड़की ने हल्के से बोलने की कोशिश की, इससे पता चला कि उसकी आवाज मोटी और कानों को पसंद आने वाली थी। हालांकि उसके शब्दों से किसी भी तरह का इमोशन नहीं निकल कर आ रहा था। ना ही किसी तरह का डर, ना ही किसी तरह की खुशी, उसके शब्द इमोशनलेस थे।
“क्या से आगे भी बोले...” शख्स के आगे चलने की वजह से लड़की पीछे होते होते छत की रेलिंग तक पहुंच गई।
वहां पहुंचते ही लड़की रुकी और नीचे की तरफ देखा। नीचे की तरफ देखते हुए उसने कहा “क्या तुम मुझे मार दोगे? इस चार मंजिला बिल्डिंग से नीचे गिरा कर” उसने शख्स की तरफ देखा “मुझे नहीं लगता यह एक अच्छा कदम होगा, किसी का छत से गिरकर मरना काफी तकलीफ दायक और हर्ट करने वाला हो सकता है। तुम इसकी बजाय किसी और तरीके का इस्तेमाल कर मुझे मार सकते हो।”
“क्या!!” शख्स के मुंह एकदम से निकला। लड़की की कही गई बातों ने उसे पुरी तरह से घुमा दिया था। उसने अपनी आंखों को लड़की पर केंद्रित किया और अपने मन में कहा “यह मुझे क्या सुनने को मिल रहा है? कहीं मेरे कान खराब तो नहीं हो गए? क्या मैं जिंदगी में इतने सारे लोगों को मार चुका हूं की अब कोई कुछ कहता है तो यही लगता है की वो मुझे मार दो बोल रहा है।”
तभी वहां एक मोटी औरत आई और वह तेजी से लड़की की तरफ दौड़ी। लड़की की तरफ दौड़ते हुए उसने उसका हाथ पकड़ा और खींचते हुए रेलिंग से दूर कर दिया “तुम पागल हो क्या...” मोटी औरत ने उस लड़की को कहा “मैंने तुम्हें कहा था ना कमरे से बाहर मत निकलना, फिर तुम कमरे से बाहर क्यों निकली। अगर तुम्हारे पापा को पता चला तो देखना तुम्हारी क्या शामत आने वाली है। समझ में नहीं आ रहा इतनी बड़ी होने के बावजूद तुम मेरी बातों पर सुनवाई क्यों नहीं करती।” मोटी औरत लड़की को बुरी तरह से डांट रही थी। उसने फूलों वाला नाइट सूट पहन रखा था। बाल जुड़ें के रुप में बंधे हुए थे। चेहरे के गाल पीम्पल से भरे हुए थे। काले और सांवले होने की वजह से मोटी औरत के गाल इन पिम्पल की वजह काफी भद्दे दिखाई दे रहे थे।
“जी मैं क्षमा चाहता हूं...” शख्स ने उन दोनों को टोका और बीच में कहा “क्या मैं जान सकता हूं यह क्या हो रहा है?”
“वो माफ करिए भाई साहब।” औरत जवाब देते हुए बोली “इसका दिमागी संतुलन थोड़ा सा ठीक नहीं है। हमेशा मरने मारने की बातें करती रहती है तो डॉक्टर ने कमरे में रहने के लिए कहा है। बस इसीलिए, अगर इसने आपसे भी कुछ कहा है तो मैं उसके लिए माफी चाहती हूं। इसका इलाज चल रहा है, ठीक होने में समय लगेगा मगर जल्दी ठीक हो जाएगी।”
“ओह...” उसने सुना तो एक्सप्रेशन देते हुए लड़की की तरफ देखा। लड़की आंखें नीचे की तरफ कर खामोशी से बिल्डिंग के फर्श को देखे जा रही थी। शख्स ने अपने मन में कहा “पागलपन...!! मगर क्या यह इस तरह से ठीक हो भी सकता है। डॉक्टर की दवाइयों से सिर्फ बिल बनता है, उससे कोई ठीक नहीं होता। बिल्कुल नहीं। यह तो इसे दिमागी कैदी बनाने वाली बात हो गई। दिमागी कैद... जो बहुत खतरनाक होती है।”
शख्स ने गहरी सांस ली और वहां से जाने लगा। वहां से जाते वक्त जब वो लिफ्ट में खड़ा हुआ तो उसने एक मर्तबा फिर से लड़की की तरफ देखा। अबकी बार लड़की उसकी तरफ देख रही थी। उसका देखना थोड़ा डरावना था। शख्स ने यह देखा तो अपने मन मस्तिष्क की दुनिया में कहा “यह तो मुझसे भी ज्यादा खतरनाक लग रही है, इससे बच के रहना पड़ेगा, मैं नहीं चाहता कल एक लड़के को मारने के बाद आज मुझे फिर से किसी की जान लेनी पड़े।” इतना कहकर उसने अपने फ्लोर का बटन दबाया और नीचे की तरफ जाने लगा।
★★★
Karan
11-Dec-2021 05:52 PM
Intrest badhta ja raha h
Reply
Seema Priyadarshini sahay
07-Dec-2021 05:27 PM
अरेबाप रे..बहुत ही अधिक रोमांचक.. होती जा रही है अब आगे..
Reply
Sana Khan
03-Dec-2021 07:25 PM
Good
Reply