ख़्वाब की सुबह -07-Dec-2021
Name abhishek jain
Title ख़्वाब की सुबह
इक ख्याल की तरह उनसे मुलाकात हुई
नूरानी चेहरे से मिलन की रात कयामत सी हुई
वक़्त ने पहरा ना लगाया
जब नैनो से उसके वो बात हुई
खोने लगे एक दूसरे की बाहों में
प्रेम की अचानक यूँ बरसात हुई
आँखों से आँखों का मिलन सारी रात हुआ
चमकता चाँद भी तब बेदाग हुआ
हुस्न से बहते रस को देख
मैखाना भी शर्मशार हुआ
ख्याल वो इश्क़ का हम दोनों का
उस रात जो मशहूर हुआ
आँख तब अचानक खुली
नींद से जागा तो सूरज सिर पर चढ़ा था
यकीन ना हुआ नैनो को मेरे
जो रूहानियत सपनो में दिखा
वो चमकते सूरज के साथ मेरे सामने खड़ा था ।
रतन कुमार
10-Dec-2021 11:41 AM
Wah
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Seema Priyadarshini sahay
08-Dec-2021 05:37 PM
वाह क्या बात है
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Raghuveer Sharma
08-Dec-2021 01:51 PM
waah
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