Shreya sachan

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Ishq


कोई तो हो जो ....
समझे मेरे अनकहे बातों को
सुलझाये मेरे अनसुलझे सवालों को
संवारे मेरी उलझी झुल्फों को
कोई तो हो जो .....
समेटे मेरे बिखरे हुए दिल को
बांधे झुक कर मेरी पायल को
खेले मेरी कलाई की चूडियों से
कोई तो हो जो ....
मुँह पोंछे अपना मेरे पल्लू से
पढ़े मेरी खामोशी भरे लफ़्ज़ों को
संवारे मेरी साड़ी की प्लेटों को
कोई तो हो जो ....
एहसास कराए मुझे अपने इश्क़ का...!!!

श्रेया सचान✍️❤️

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4 Comments

Aliya khan

23-May-2021 10:17 AM

बेहतरीन

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Shreya sachan

24-May-2021 11:05 AM

Thnkuu

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Mr.RED(मनोरंजन)

22-May-2021 07:38 PM

Bahut mast hai👌👌

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Shreya sachan

24-May-2021 11:05 AM

Thankuu

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