Kavita Jha

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मंदिर का रहस्य लेखनी कहानी -12-Dec-2021

मंदिर का रहस्य और कर्मों का फल (भाग- 3)

कृतिका डर से काँप रही थी, सुषमा मैम खिड़की के पास आकर खड़ी थी और गुप्ता मैम उसके सिर पर पीछे से चपेट लगाती है। तभी एसेम्बली ग्राउंड से माईक पर घोषणा होती है.. स्कूल के सभी .. ग्राउंड में उपस्थित हों....
कृतिका की जान में जान आई, जब दोनों टीचर उसे बिना कुछ कहे चली गई।
रिया ने उसे हिलाते हुऐ कहा, " चल अब क्यों खड़ी है जल्दी से एसेम्बली ग्राउंड में पहुँचना है। कुछ तो गड़बड़ है, कल रात को मेरी मम्मी बता रही थी कि रीना पिछले एक हफ्ते से हॉस्पीटल में एडमिट है रात को ज्यादा तबियत खराब हो गई थी। "
कौन रीना??
अरे वही हमारे सैक्सन डी वाली, वो हमारी ही कालोनी में  रहती है। हमारा उसके घर आना जाना भी है, चल बाद में  बताऊंगी उसके बारे में अभी तो जल्दी चल प्रीसिंपल ने  क्यों सबको बुलाया है..  रिया ने कहा और दोनों वहाँ से तेज कदम बढ़ाती हुई एसेम्बली ग्राउंड में पहुँच गई।
प्रीसिंपल मैम माईक के सामने खड़े हो बहुत ही दुखी दिख रही थी..
बच्चों की कानाफूसी की आवाजे आ रही थी...  अरे! क्या हुआ है मैम को अभी तो ठीक थी, शायद कोई मर वर गया क्या..  कोई कहता.. तो कोई कहता आज की छुट्टी हो जाएगी..
तभी गुप्ता मैम की तेज आवाज से सब शांत हो गए...  पिन ड्राॅप साईलैंस... 
प्रीसिंपल मैम ने सभी को दो मिनट का मौन रखने के लिये कहा।
दो मिनट बाद जब मैम ने बताया कि कक्षा ग्यारहवीं डी के पाँच बच्चों की मौत हो गई है। अभी अभी हमें सूचना मिली है। आप सभी शिक्षक शिक्षिका और  विद्यार्थीयों से निवेदन है कि संभल कर रहें, शायद हमारे विद्यालय में कुछ गलत हो रहा है। सभी बच्चों से एक बात कहना चाहुंगी कि आप लोग किसी के बहकावे में ना आऐं और किसी का दिया कुछ ना खाऐं चाहे वो प्रसाद कहकर ही आपको खाने को दे। रीना, मोनिका, शिखा, रिशा और अनामिका इन पाँचों की अचानक मौत का कारण अभी पता नहीं चला है। आप सभी अपनी कक्षाओं में जाईऐ और  कृप्या शांति बनाए रखिए। आज हो सकता है कि पुलिस इंवैस्टिगेशन के लिए हमारे स्कूल आऐ, आप सभी घबराईऐगा नहीं। यदि हमारे स्कूल में  कुछ गलत हो रहा है तो वो सच उजागर होना आवश्यक है।

सभी अपनी कक्षाओं में  चले जाते हैं। पूरा समय डर का माहौल बना रहा स्कूल में। सभी बच्चे घबरा रहे थे एक ही सवाल सबके मन में  था क्या हुआ होगा उन पाँचो के साथ...  एक ही सैक्सन के पाँच बच्चे एक ही दिन कैसे मर सकते हैं।
कृतिका को याद आया रिया भी तो उसी सैक्सन में है, सुबह वो रीना के बारे में कुछ बता रही थी।
छुट्टी के बाद घर लौटते वक्त डाबरी वाले मंदिर के आस पास पुलिस गाड़ियाँ खड़ी देख मन में घबराहट तो हुई। अनन्या उसके पास आकर खड़ी हो गई.. 
"अच्छा बता आज का दिन कैसा रहा, आज तेरी सुषमा मैम ने पनिस्मैंट तो नहीं दी। " अनन्या बोली

कृतिका की आँखों में आँसू देख उससे रहा नहीं गया, रुक आज ही मैं अंकल आंटी से बात करती हूँ तेरा स्कूल चेंज करवाने के लिए, इस तरह कब तक चलेगा।

नहीं यार आज बहुत बड़ा हादसा हुआ हमारे स्कूल में...  कृतिका ने सबकुछ अनन्या को बता दिया जो प्रिंसिपल मैम ने एसेम्बली में बताया था।
अनन्या बोली हो ना हो मुझे लगता है इसका कनैक्शन इस मंदिर से जुड़ा है, देख शायद इसलिए यहाँ पुलिस आई है।
कुछ तो बहुत बड़ा चल रहा है यहाँ जिसका असर उन बच्चों पर पड़ा और ना जाने कितने और बच्चों की जान खतरे में  है।
क्रमशः

कविता झा'काव्या कवि'

# लेखनी

# लेखनी कहानियों का सफर


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2 Comments

Seema Priyadarshini sahay

10-Jan-2022 01:46 AM

बहुत खूबसूरत।रोचक भाग

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🤫

18-Dec-2021 08:44 PM

अनन्या के दिमाग में खटका हुआ है, अब निश्चय ही वह कोई क्लू ढूंढ ही लेगी

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