यस आई एम— 23
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शहर का मेगा सिटी हॉस्पिटल
हॉस्पिटल के एक कमरे में आपस में सटे हुए बेड पर एक अधेड़ उम्र का दंपति जोडा लेटा हुआ था। देखने से उन दोनों की उम्र तकरीबन 55 से 57 के बीच लग रही थी। बेड पर लेटे हुए वें दोनों पति पत्नी एक दूसरे से बात कर रहे थे।
"पता नही डॉक्टर साहब कहां चले गए है, कुछ देर पहले तो वे यह बोल कर गए थे कि जल्द ही किसी नर्स को हमारे पास भेज देंगे।" उस अधेड़ उम्र की महिला ने अपने पति से सवाल किया।
"आ जाएंगी भाग्यवान! उन लोगों को हमारे अलावा ओर मरीजों को भी तो देखना पड़ता है ना।" वह अधेड़ उम्र का व्यक्ति अपनी पत्नी को समझाते हुए बोला।
"ठीक है जी! पर हमने तो खाने में ऐसा कुछ ऑर्डर किया ही नहीं था कि जिसकी वजह से हम दोनों को एलर्जी हो जाए और ना ही हमने ऐसा कुछ खाया जिसकी वजह से हमें एलर्जी हो गई।" उस महिला ने असमंजस्य की स्थिति में पूछा।
"वैसे तो हम दोनों को मशरूम से बहुत ज्यादा एलर्जी है, शायद किसी नए वेटर ने पीज़ा में मसरूम डाल दी होंगी जिसकी वजह से हम दोनों को एलर्जी हो गई।" वह अधेड़ उम्र का व्यक्ति ने अपनी पत्नी की शंका को दूर करते हुए बोला।
"ठीक......! ऐसा ही हुआ होगा। बस एक बार नर्स आ जाए तो इस एलर्जी से भी छुटकारा मिल जाएगा।" वह अधेड़ उम्र की महिला बेचैन होते हुए बोली।
"सब्र करो आ जाएंगी ... !" उस अधेड़ उम्र के व्यक्ति अपनी पति को हर तरह से सामान्य रखने का प्रयास कर रहा था।
हॉस्पिटल के एक सुनसान से गलियारे से होती हुई एक नर्स हाथ में दवाइयों से भरी हुई ट्रे को लेकर चली आ रही थी। तभी अचानक से वहां पर किसी अनजान साए के दो हाथ प्रकट हो गए जिन्होंने उस नर्स को उसी गलियारे में मौजूद एक सुनसान पड़े हुए कमरे के अंदर खींच लिया। यह सब इतनी जल्दबाजी में हुआ था कि उस नर्स को संभलने तक का मौका भी नहीं मिला। इसके अलावा उस अनजान साए ने उस नर्स का मुंह इतनी तेज पकड़ा था कि वह नर्स चीख भी नही पाई और उस अनजान साए की पकड़ इतनी मजबूत थी कि वह नर्स खुद को उसकी पकड़ से छुड़ा भी नही पाई। वह अनजान साया उस नर्स को खींच कर जिस कमरे में ले गया था वह एक स्टोर रूम था। उस अनजान साए ने उस नर्स के सिर पर वहां पर मौजूद कोई भारी सामान उठाकर सिर में दे मारा, जिसकी वजह से वह नर्स पहले ही वार में बेहोश हो गई। उसके बाद उस अनजान साए ने उस नर्स के कपड़ो और अपने कपड़ों को आपस में बदल लिया। अपना हुलिया बदलने के बाद वह अनजान साया उस नर्स को वही पर बेहोश छोड़कर वहां से चला गया और वह अनजान साया उस कमरे में पहुंच गया जिस कमरे में वे दोनों पति पत्नी लेटे हुए थे।
उस नर्स के वहां पहुंचते ही उस अधेड़ उम्र महिला ने चैन की सांस ली। नर्स को वहां पर आता हुआ देख वह अधेड़ उम्र का व्यक्ति अपनी पत्नी से बोला। "देखो नर्स आ भी गई, तुम बिना बात के ही परेशान हो रही थी। मैंने कहा था ना कि थोड़ी देर बाद आ जाएंगी।"
वह साया जो अब नर्स बना हुआ था , उसने उन दोनों पति पत्नी के पास पहुंचते ही उन दोनों की जांच करनी शुरु कर दी। थोड़ी देर तक जांच करने के बाद वह नर्स बोली। "आपके ब्लड रिपोर्ट आने के बाद एलर्जी के कारण का पता चल जायेगा कि ये एलर्जी किस वजह से हुई है" उसकी आवाज से यह तो साफ तौर से पता चल गया था कि वह अनजान साया एक लड़की है। इसके बाद वह अपनी बात को आगे बढ़ाती हुई बोली। "मै आपको अभी एक नींद का इंजेक्शन लगा देती हूं, जिसकी वजह से आप लोगों को आराम मिलेगा। इसके अलावा मैं आपको खाने के लिए कुछ दवाई भी दे देती हूं। इन्फेक्शन और दवाई की वजह से आप लोगों को कुछ दिन ऐसा लगेगा कि आप लोगों के हाथ में कुछ चुभ रहा है। पर आप लोग इस बात को लेकर बिल्कुल भी परेशान मत होना। ये सिर्फ दवाई का असर होगा क्योंकि इस उम्र में कभी कभी दवाई का ऐसा रिएक्शन हो जाता है और बिना इंजेक्शन लगाए काम भी नहीं चलने वाला।" इतना कहने के बाद उस नर्स ने उन दोनों को बारी बारी से इंजेक्शन लगा दिया। पर इंजेक्शन लगाते वक्त उस नर्स ने कुछ ऐसा कर दिया ,जो उसे कभी नही करना चाहिए था। इंजेक्शन लगाने के बाद वह नर्स वहां से चली गई और वें दोनों पति पत्नी सो गए।
वह अनजान लड़की एक बार फिर से उस स्टोर रूम में चली आई, जहां पर वह असली नर्स बेहोश पड़ी हुई थी। वहां पहुंचते ही उस अनजान लड़की एक बार फिर से अपने कपड़ों को आपस में बदल कर दोनों के हुलिए को पहले जैसा कर लिया। उस अनजान लड़की ने उस नर्स को वहां से उठाया और उसे ले जाकर हॉस्पिटल की एक दूसरी नर्स के पास यह कहकर छोड़ आई कि यह रास्ते में बेहोश होकर गिर गई थी। जिसे उठाकर वह उसे यहां ले आई। उस अनजान साए को उस नर्स के बारे में एक बात ओर भी पता चली कि ज्यादा सोचने की वजह से अक्सर वह नर्स ऐसे ही बेहोश हो जाती है। इसके बाद दूसरी नर्स ने बेहोश नर्स को स्ट्रक्चर पर लेटाया और उसे वहां से लेकर चली गई। उन दोनों के जाने के बाद वह अनजान लड़की भी हॉस्पिटल से बाहर चली गई।
"चलो फाइनली मेरा काम तो हो ही गया, जिसके लिए मैंने इतने पापड़ बेले थे।" वह लड़की ने अपने एक एक शब्द को पूरे गर्व के साथ इस प्रकार बोल रही थी जैसे न जाने उस लड़की ने कौन सा बहादुरी वाला काम किया था। इसके बाद वह लड़की वहां से चल दी और जैसे ही वह लड़की हॉस्पिटल के मैन डोर पर बने हुए सीसीटीवी कैमरे की रेंज से बाहर निकल गई वैसे ही उस लड़की ने अपने मुंह पर लगा हुआ मास्क उतार दिया। मास्क उतारने के बाद उस लड़की का चेहरा अब साफ साफ दिखाई दे रहा था। वह लड़की कोई ओर नही बल्कि वही लड़की थी जो 9 साल तक कैद में बन्द रही थी।
★★★
To be continued...................
fiza Tanvi
19-Dec-2021 12:10 PM
Good
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