लेखनी कहानी -19-Dec-2021आवाज बना लूं
आवाज बना लूंँ
गीतों को तेरे प्यार बना लूंँ
धड़कन को तेरी आवाज बना लूं।
प्यार को तेरे महसूस करूंँ मैं
प्रीत को तेरी राज बना लूंँ।
खोई हूं ग़ज़ल में तेरी इस कदर,
शब्दों को अपना साज बना लूंँ
बात इतनी सी कोई न समझे यहांँ
हर बात को तेरी पहचान बना लूँ।
महफिल सजाई है शब्दों की मैंने
मधु बोले उन्हे अपनी शान बना लूँ।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
Shrishti pandey
19-Dec-2021 11:39 PM
Very nice madhu ji
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