डांसिंग कपल - ए लव स्टोरी भाग 12
भाग 12
तारा और अमर रोज़ मिलते थे डांस स्कूल में लेकिन बाहर मिलना कम कर दिया था। डांस स्कूल में भी इतना वक़्त नहीं मिल पाता था बात करने का उन्हें, सारा वक़्त डांस क्लासेस लेने में ही गुजर जाया करता था।
अमर और तारा के लिए यह नौकरी फिलहाल जरुरी थी। भविष्य में उठाने वाले कदम लिए पर्याप्त धन राशि का होना जरुरी था। मुम्बई जैसे बड़े शहर में जितना भी कमा लो कम ही पड़ता है, इस बात से दोनों वाकिफ़ थे।
तीन महीने बीत जाते हैं उन्हें डांस स्कूल में नौकरी करते हुए।
तारा के घर….. रात को सब जमीन पर बैठकर खाना खा रहे होते हैं तभी दादी अचानक से कहती है….. तारा की बुआ से आज मेरी फोन पर बात हुई थी। एक लड़का देखा है उसने तारा के लिए, लड़का मैनेजर है बैंक में। इकलौता लड़का है, दिल्ली में अपना मकान है। मैंने तेरी बुआ को बोला है कि लड़के का फोन नंबर, पता और फोटो भेज दे। पसन्द आ गया घर-परिवार तो फिर चट मंगनी पट ब्याह कर देना है मैंने तारा का।
तारा के पिता…..बहुत अच्छी ख़बर सुनाई माँ आपने तो। जैसा आप कहोगे वैसा ही होगा घर में।
दादी…..बहू तेरी क्या राय है इस बारे में?
तारा की माँ……. माँ जी आप घर में सबसे बड़ी हैं, जो करेंगी अच्छा ही करेंगी लेकिन तारा की राय भी जरूरी है इस मामले में आखिर उसकी जिंदगी का सवाल है।
तारा के पिता…..तुम अपनी राय अपने पास रखो, जो माँ कहेगी वही होगा इस घर में।
दादी….. बेटा गुस्सा मत कर, तेरी बीवी ठीक कह रही है। तू यह क्यों भूल जाता है कि बहु में भी दिमाग है, कम ही सही लेकिन है तो।
हाँ तारा तुझे कुछ कहना है इस बारे में?
नहीं दादी, मुझे आपके फैसले पर पूरा भरोसा है।
तारा की माँ नम आँखों से तारा को देखने लगती है।
दादी के सोने के बाद जूही और तारा अपनी मम्मी को सब सच बता देते हैं। तारा की मम्मी सारी सच्चाई जानकर जूही और तारा को गले से लगा लेती है और कहती है…. मैं तेरे साथ हूँ तारा, जितना मुझसे हो सकेगा, उतना मैं तेरे लिए करुँगी तारा।
अगले दिन तारा अमर को सुबह जब डांस स्कूल के लिए लेने आता है तो तारा कहती है….आज आधे दिन की छुट्टी लेकर दिल्ली हाट चलते हैं हम दोनों।
अमर…. आज कैसे याद आ गयी अपने बॉयफ्रेंड के साथ वक़्त बिताने की आपको तारा मैडम?
तारा….. याद तो हमेशा आती है लेकिन क्या करूँ मजबूर हूँ। खैर यह सब छोड़ो मेरा मूड ठीक नहीं है, जरुरी बात करनी है तुमसे इसलिए कह रही हूँ दिल्ली हाट जाने के लिए।
अमर….. ठीक है तारा, 2 बजे निकल जाएंगे डांस स्कूल से।
अमर और तारा डांस स्कूल से ठीक 2 बजे निकल जाते हैं और आधे घँटे में दिल्ली हाट पहुँच जाते हैं। दिल्ली हाट में दक्षिण भारतीय फ़ूड जॉइंट से खाने के लिए डोसा लेते हैं।
अमर….. डोसा तो तुम्हें पसन्द है ना फिर खा क्यों नहीं रही ठीक से?
तारा…. मन कुछ ठीक नहीं।
अमर….. दादी ने कुछ कहा क्या?
तारा…..बुआ ने दादी को एक रिश्ता बताया है। दादी कह रही है कि अगर लड़का पसन्द आ गया तो वो चट मंगनी पट ब्याह कर देंगी मेरा।
यह कहते-कहते तारा की आँखें भर आयीं।
अमर…..तुम्हारी दादी तो हाथ धोकर पीछे पड़ गई हैं हमारे। लेकिन तुम फ़िक्र मत करो, मैं हूँ ना…. तुम सब मुझ पर छोड़ दो।
अमर अपने हाथ से तारा को डोसा खिलाता है।
खाना खाने के बाद अमर कहता है….. तुम एक अपना डांस का सबसे बढ़िया वाला वीडियो मुझे फोन पर भेज देना।
तुम्हारा और अपना डांस वीडियो ऑडिशन के लिए भेजना है मुझे?
तारा…. किस प्रोग्राम के लिए?
अमर…..सुपर डांसर्स डांस शो के डांस गुरु के ऑडिशन के लिए।
मेरा एक दोस्त है मुम्बई में, वो भी डांसर है। उसको रूम देखने के लिए बोला है मुम्बई में। मुंबई में 1 रूम किचन सेट होता है, रूम के अंदर ही सब कुछ। थोड़े दिन ऐसे ही गुजारा करना पड़ेगा, फिर जब सेटल हो जाएंगे तो थोड़ा बड़ा घर ले लेंगे।
शादी के लिए जो भी जरूरी कागजात लगेंगे उनकी लिस्ट में तुम्हें मैसेज कर दूंगा आज रात। कल सुबह हम दोनों कोर्ट चलेंगे शादी की एप्लीकेशन देने के लिए।
क्या हुआ तारा तुम कुछ कहती क्यों नहीं?
भविष्य में आने वाली परेशानियों से डर रही हो क्या? कहीं तुम पीछे तो नहीं हटना चाहती ना?
तारा अमर का हाथ अपने हाथों में लेती है और कहती है……. तुम्हारे साथ सिर्फ आगे ही बढ़ना है अमर, तुम्हारे बिना जीने की तो मैं सोच भी नहीं सकती। लेकिन हाँ अंदर से डर जरूर लग रहा है।
अमर तारा को गले से लगाता है और कहता है……. जब तक हम दोनों साथ हैं, हम कुछ भी कर सकते हैं।
तारा…..कुछ भी....
अमर…….हाँ कुछ भी...
❤सोनिया जाधव
Inayat
20-Dec-2021 04:26 PM
Achchi kahani thi. Amar aur tara mumbi pahunch gye. Dance unhe ek ni unchaiyo par le gya. Family me bhi sb theek.yani kul milakr happy ending ki trf badh rhi h kahani
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Niraj Pandey
20-Dec-2021 01:59 PM
बहुत खूब
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