सुबह
सुबह की वह कड़ी धूप,
जागते सूरज के साथ एक नई उम्मीद जगाती है।
सूरज की रोशनी में,
एक चमकती हुई राह दिखती है ।
बस तुम अपना जोश बनाए रखना,
तुम भी सूरज जितना चमकोगे।
हर नई सुबह मे,
अपने आप को नई राह में खड़ा पाओगे।
हर सुबह तुम नई उमंग लाओगे,
एक दिन फूल जितना तुम भी खिल जाओगे।
हर सुबह में तुम नई चुनौती पाओगे ,
जिसे तुम खूब जज्बे से पार करोगे,
और फिर एक नई सुबह का तुम इंतजार करोगे।
-- Rhyme Nigam "Shaivalika "
Satesh Dev Pandey
24-May-2021 10:47 PM
बहुत सुन्दर
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